फिटनेस, बीमा के बिना 94 खटारा बसें ढो रहीं स्कूली बच्चे
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : शहर में खुली शिक्षा की 'दुकानों' में बच्चों के कन्वेन्स के नाम पर अभिभ
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : शहर में खुली शिक्षा की 'दुकानों' में बच्चों के कन्वेन्स के नाम पर अभिभावकों से मोटी रकम वसूली जाती है, लेकिन उनके द्वारा संचालित वाहनों में सुरक्षा मानकों का कोई ख्याल नहीं रहता है। गंभीर बात तो यह है कि ऐसे स्कूल फिटनेस की तिथि खत्म होने के बाद भी बच्चों को ढो रहे हैं। जागरण के अभियान के बाद जब उप संभागीय परिवहन विभाग ने ऐसे वाहनों की सूची तैयार की तो 94 वाहन ऐसे पाए गए, जिनकी संचालन वैद्यता ही समाप्त हो चुकी है। जारी सूची में कई नामी-गिरानी स्कूलों के नाम भी शामिल हैं।
इन दिनों शहर के स्कूलों में वाहन के नाम पर 500 रुपये से लेकर 800 रुपये प्रति छात्र प्रति माह वसूले जा रहे हैं। जबकि बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। कहीं निजी वाहनों में बच्चे ढोये जा रहे हैं तो कहीं खटारा वाहनों में। कुछ स्कूल तो फर्जी नंबर डालकर वाहनों का संचालन कर रहे हैं। ऐसे वाहनों पर अंकुश लगाने के लिए उपसंभागीय परिवहन विभाग रणनीति तैयार कर रहा है। विभाग की सूची के अनुसार बिना फिटनेस, बीमा के जनपद में 94 खटारा स्कूली वाहन दौड़ रही हैं। कई वाहन तो ऐसे हैं जिनकी वैधता समाप्त हुए कई वर्ष बीत गए हैं। ऐसे खटारा वाहनों में स्कूली बच्चों का सफर कभी भी जोखिम भरा हो सकता है। एआरटीओ संजय कुमार झा ने कहा कि 94 अवैध स्कूली बसें चिह्नित की हैं। बस मालिकों को नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है। शीघ्र ही नोटिस तामील कराकर संचालन पर रोक लगायी जाएगी। फर्जी नंबर डालकर हो रहा संचालन
कुछ स्कूल संचालकों ने खटारा बसों पर फर्जी नंबर डाल रखे हैं। वाहन तो खटारा हैं, लेकिन नंबर नया है। ऐसे वाहन दूर से देखने पर ही पता लग जाते हैं। फतेहगढ़ व फर्रुखाबाद के स्कूलों में कई ऐसे वाहन चल रहे हैं। एआरटीओ ने बताया कि चे¨कग अभियान चलाया गया, लेकिन वाहन मौके पर नहीं मिले।