'बा' विद्यालय की छात्राओं को मिलेंगे नए बिस्तर
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की छात्राओं को अब गंदे बिस्तर पर नहीं सोना पड़ेगा। इसके लिए शासन ने प्रदेश के सभी बॉ विद्यालयों में रजाई-गद्दे व चादर की खरीद करने के लिए बजट अवमुक्त कर दिया है। जिले के पांच विद्यालयों के लिए भी 3.75 लाख रुपया अवमुक्त किया गया है। प्रति विद्यालय 75 हजार रुपये की लागत से रजाई-गद्दे व बेड की खरीद होगी। बीएसए ने रजाई-गद्दे व चादर की खरीद के लिए समिति भी गठित कर दी है।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की छात्राओं को अब गंदे बिस्तर पर नहीं सोना पड़ेगा। इसके लिए शासन ने प्रदेश के सभी 'बा' विद्यालयों में रजाई-गद्दे व चादर की खरीद करने के लिए बजट अवमुक्त कर दिया है।
जिले में राजेपुर ब्लॉक, कमालगंज, शमसाबाद, कायमगंज और नवाबगंज ब्लाक में 'बा' विद्यालय हैं। हर विद्यालय में 100-100 छात्राएं पंजीकृत हैं। कई सालों से खरीद न होने से छात्राओं के लिए पूर्व में खरीदे रजाई-गद्दे गंदे पड़े हैं। राज्य परियोजना निदेशक ने जिले को रजाई-गद्दे व चादर खरीद का बजट अवमुक्त करते हुए एक सितंबर 2019 तक खरीद कर लेने के आदेश दिए हैं। बीएसए रामसिंह ने बताया कि बॉ विद्यालय के रजाई-गद्दे व चादर की खरीद के लिए समिति गठित कर दी है, जिसमें एएओ, संबंधित ब्लाक के बीईओ व वह स्वंय शामिल हैं। सभी बॉ विद्यालयों से रिपोर्ट मंगवा रहे हैं। इसके बाद चादर, रजाई-गद्दे की खरीद करवाई जाएगी। गांधी आश्रम से रजाई-गद्दे व चादर का क्रय किए जाने को वरीयता दी जाएगी। काली रुई से बने रजाई-गद्दे नहीं खरीदे जाएंगे। रजाई-गद्दे व चादर को रखने की समुचित व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि क्रय व गुणवत्ता का संयुक्त दायित्व बीएसए, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी व जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) का होगा।