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अमरे व देवी ने भूरा की पीठ में मारा था छुरा, रामकिशोर ने मारी थी गोली

रुपयों के लेनदेन के विवाद के चलते 36 वर्ष पूर्व युवक की छुरा व गोली हत्या

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 06:02 PM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 06:02 PM (IST)
अमरे व देवी ने भूरा की पीठ में मारा था छुरा, रामकिशोर ने मारी थी गोली
अमरे व देवी ने भूरा की पीठ में मारा था छुरा, रामकिशोर ने मारी थी गोली

अमरे व देवी ने भूरा की पीठ में मारा था छुरा, रामकिशोर ने मारी थी गोली

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जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : रुपयों के लेनदेन के विवाद के चलते 36 वर्ष पूर्व युवक की छुरा व गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुकदमे के चश्मदीद गवाह पूर्व विधायक विजय सिंह को बांदा जेल से शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा में एंटी डकैती न्यायालय में लाया गया। यहां उन्होंने घटना के संबंध में गवाही देते हुए कहा कि रामदास उर्फ भूरा की पीठ में अमरे व देवी ने छुरा से कई वार किए थे। रामकिशोर ने तमंचे से गोली मारी थी। गवाही पूरी होने के बाद बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने उनसे कुछ सवाल पूछे। जिरह पूरी न होने पर तीन जून की तिथि नियत कर दी गई। शहर कोतवाली के मोहल्ला बागकूंचा निवासी रामखिलावन मिश्रा ने 13 अप्रैल 1986 को फतेहगढ़ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें कहा गया था कि वह जनपद हरदोई थाना अरवल के गांव टिलियापुर घटवासा के मूल निवासी हैं। गांव पलिया थाना हरपालपुर के रामकिशोर, उसका भाई सुखवीर सिंह फतेहगढ़ के मोहल्ला जाफरी में किराये के मकान में रहकर ठेकेदारी करते हैं। दोनों भाइयों ने उनके भाई रामदास उर्फ भूरा से 35 हजार रुपये में ट्रैक्टर खरीदा था। जिसके रुपये बकाया थे। 11 अप्रैल 1986 को रुपये को लेकर पंचायत होनी थी। पंचायत के लिए नाला मछरट्टा निवासी विजय सिंह, रामखिलावन के साथ फतेहगढ़ पहुंचे। मकान का दरवाजा अंदर से बंद था। खिड़की से झांककर देखा तो अमरे व देवी रामदास उर्फ भूरा की पीठ में छुरा मार रहे थे। रामकिशोर ने तमंचे से गोली मारी। जब उन्होंने ललकारा तो सुखवीर सिंह, रामकिशोर, अमरे व देवी मौके से असलाह लहराते हुए भाग गए। विधायक विजय सिंह ने न्यायालय में उपस्थित आरोपित सुखवीर सिंह को पहचान कर बताया कि घटना के समय आरोपित मौके पर था और हत्या के दौरान इसने भूरा के हाथों को पकड़ रखा था। गवाही पूरी होने के बाद बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने उनसे जिरह की। जिरह पूरी न होने पर तीन जून की तिथि नियत कर दी गई। ---------- समर्थकों की पहुंची भीड़ पूर्व विधायक के आने की जानकारी मिलते ही उनके पुत्र सिक्की के अलावा अन्य समर्थक भी न्यायालय परिसर पहुंच गए और एक-एक कर उनसे भेंट की। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। विदित है कि पूर्व विधायक विजय सिंह भाजपा नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के मामले में बांदा जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं।


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