बेटियों की पढ़ाई पर ध्यान देने की सलाह
संवाद सूत्र कमालगंज दरगाहे मखदूमियां पर शनिवार रात हुए जश्ने सरकारे मदीना में हजरत शे
संवाद सूत्र, कमालगंज : दरगाहे मखदूमियां पर शनिवार रात हुए जश्ने सरकारे मदीना में हजरत शेख मखदूम की करामातों व फैजान पर रोशनी डालते हुए मौलाना आसिफ रजा सैफी ने बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा बुलंद कर बेटियों की पढ़ाई पर ध्यान देने की सलाह दी।
हिदू मुस्लिम एकता की मिसाल शेखपुर की ऐतिहासिक दरगाहे मखदूमियां पर 697 वें उर्से मखदूम में शेख जी का डोला पहुंचने पर ईशा की नमाज के बाद दरगाह पर जश्ने सरकारे मदीना का आगाज हुआ। पूरी रात चले कार्यक्रम में उलेमाओं ने तकरीर कर हजरत शेख मखदूम की करामातों व फैजान पर रोशनी डाली। समाज में फैली कुरीतियों का विरोध कर बालिका शिक्षा के लिए प्रेरित किया। इस दौरान मौलाना आसिफ रजा सैफी ने समाज के लोगों से कहा कि बेटियों को पढ़ाकर काबिल बनाएं। उन्होंने कहा कि औरत रहमत है औरत बरकत है और मां के पैरों के नीचे जन्नत है, लेकिन यह बरकत तभी है जब अपनी बेटियों को हम पढ़ाकर काबिल बनाएंगे। मौलाना शाहनवाज रजा कादरी ने शेख मखदूम के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सूफी और संतों से हमें सीख लेनी चाहिए। हर माहौल में ढलने की हमें आदत डालनी चाहिए। विगत तीन वर्षों से हम लोग कोविड-19 जैसी महामारी के बीच जी रहे हैं। इसी तरह हमें अपने काम में भी ढलना चाहिए। बाद नवाज फजिर कुल हुआ। सज्जादानशीन अजीजुल हक गालिब मियां ने मुल्क की खुशहाली व अमन चैन की दुआ कर उर्स का समापन कराया। जलसे की निजामत मौलाना शाहिद रजा ने की। मौलाना एहसानुल हक हाशमी, मौलाना कामरान हाशिमी, मोहसिन शमसी, अब्दुल मुबीन नूरी, वाजिद हुसैन, रफी अहमद व दानिश नवाज आदि ने इंतजामात देखे।