रसायनिक उर्वरकों से परहेज की सलाह, जैविक खेती का लोगो लांच
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद जनपद स्तरीय रबी गोष्ठी और कृषि मेला का शनिवार को जिला मुख्याल
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जनपद स्तरीय रबी गोष्ठी और कृषि मेला का शनिवार को जिला मुख्यालय पर स्थित डीएन डीएन डिग्री कालेज में आयोजन किया गया। इस अवसर पर कृषि विज्ञानियों ने किसानों को रसायनिक उर्वरकों के दुष्परिणामों से अवगत कराया और जैविक खाद के उपयोग की सलाह दी। डास्प (कृषि विविधीकरण योजना) के तहत जैविक कृषि उत्पादों के लिए लोगो जारी किया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे सांसद ने जनपद में डीएपी की पर्याप्त उपलब्धता का दावा किया।
सांसद मुकेश राजपूत ने सरकार को किसानों का हितैषी बताते हुए कहा कृषि उपज को बाहरी मंडियों में भेजने को किसान रेल उपलब्ध कराई गई। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित हैं। उन्होंने दावा किया कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध है। मुख्य विकास अधिकारी एम अरून्मोली ने विकास योजनाओं के बारे में जानकारी दी। अधिकारियों को ग्रामीणों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। उन्हों ने इस मौके पर जैविक खेती की ब्रांडिग के लिए लोगो लांच किया। यूपी डास्प योजना के जिला परियोजना समन्वयक डा. सत्येंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि नमामि गंगो प्रोजेक्ट के तहत गंगा किनारे के पचास गांवों के 1700 हेक्टेयर में जैविक खेती की जा रही है। उप कृषि निदेशक ने कृषि विभाग की योजनाओं के बारे में किसानों को जानकारी दी। जिला कृषि अधिकारी डा. आरके सिंह ने बताया कि जनपद में संचालित विभिन्न एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) के स्टाल लगाए गए हैं। उन्नत कृषि के लिए किसान इन स्टाल पर जाकर उनके अनुभव साझा कर सकते हैं। कृषि विज्ञानियों ने किसानों को रसायनिक खादों के दुष्परिणामों के बारे में किसानों को बताया और उन्हें जैविक खेती के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर किसानों को सरसों के 100 व मसूर के 50 बीज किट किसानों को वितरित किए गए। कृषि विभाग के अलावा पशुपालन, मत्स्य, उद्यान व बैंकों की ओर से भी स्टाल मेला लगाए गए। श्रम विभाग के स्टाल पर श्रमिकों के पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई।