रोडवेज बस स्टेशन के सामने गरजे पालिका के बुलडोजर
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद रोडवेज बस स्टेशन के सामने 50 वर्ष से चल रहा विवाद बुधवार को स
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : रोडवेज बस स्टेशन के सामने 50 वर्ष से चल रहा विवाद बुधवार को समाप्त हो गया। सिटी मजिस्ट्रेट ने फोर्स के साथ नगरपालिका के बुलडोजर मंगवाकर दुकानें तुड़वा दीं। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। महिलाएं पुलिस से भिड़ गईं। एआरएम के खिलाफ नारेबाजी की गई।
रोडवेज बस स्टेशन के सामने 50 वर्ष से अधिक समय से बनी दुकानों को तोड़ने के लिए विभागीय अधिकारी सक्रिय थे। पांच साल पहले 32 दुकानदारों को रोडवेज ने अपनी भूमि खाली करने का नोटिस दिया था। लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार सिटी मजिस्ट्रेट अशोक कुमार मौर्य, सीओ सिटी राजवीर सिंह, नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी रविद्र कुमार चार बुलडोजर व अन्य वाहनों को लेकर टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दुकानदारों को तुरंत हटने के लिए कहा। माइक से घोषणा होते ही दुकानदारों ने आनन फानन में अपना सामान समेट लिया। इसके बाद बुलडोजरों ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की। रोडवेज के सामने की दुकानें टूटने के बाद पूर्वी गेट पर स्थित होटल व दुकानें तोड़ने के लिए बुलडोजर पहुंचे। पश्चिमी गेट से सटी दुकानें भी तोड़ी गईं। इस दौरान महिलाओं ने जमकर हंगामा किया। पुलिस से नोकझोंक हुई। महिला पुलिस कर्मी दबाव बनाकर उन्हें हटा ले गईं। मंदिर के पीछे बनी चहारदीवारी भी बुलडोजर से तोड़ी गई। इस पर युवकों ने हंगामा कर एआरएम के खिलाफ नारेबाजी की। एक युवक ने बुलडोजर पर ईंट फेंक दी। पुलिस ने हड़काकर उन्हें शांत किया। हिदू महासभा युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष विमलेश मिश्रा भी आ गए। एआरएम आरएस यादव ने कहा कि मंदिर क्षेत्र में ग्रिल लगवाकर सुंदरीकरण कराया जाएगा। विरोध के चलते बचा मंदिर का गेट
प्रबल विरोध के चलते रोडवेज परिसर में स्थित शिव मंदिर का गेट टूटने से बच गया। लोगों के विरोध के चलते गत वर्ष रोडवेज चहारदीवारी नहीं तुड़वा पाई थी और न ही कब्जा हो सका था। इस बार रोडवेज परिसर में यह भूमि भी शामिल हो गई।