बरसात की कमी से प्रभावित 70 फीसद धान हो रहा रिजेक्ट
संवाद सहयोगी कायमगंज विभागीय आंकड़ों के अनुसार 15 अक्टूबर से 22 नवंबर तक 236 किसानों क
संवाद सहयोगी, कायमगंज : विभागीय आंकड़ों के अनुसार 15 अक्टूबर से 22 नवंबर तक 236 किसानों के धान के सैंपल जमा किए गए। इनमें से 72 किसानों से ही 3100 क्विंटल धान की खरीद हुई। शेष 70 फीसद किसानों के धान के सैंपल फेल हो गए। बताते हैं कि इस बार बरसात कम होने के चलते धान पतला रह गया।
15 अक्टूबर से शुरू हुई धान खरीद में कामन धान का मूल्य 1868 व ग्रेड-ए धान का खरीद मूल्य 1888 रुपए प्रति क्विंटल है। विपणन विभाग के धान क्रय केंद्र पर धान के सैंपल की जांच के आधार पर ही धान खरीद की जाती है। मौसम की मार के चलते अधिकांश किसानों का धान पतला रह गया। जिससे उनका सैंपल रिजेक्ट हो जाता है। किसान मजबूरी में अपना धान मंडी में 1200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेच रहे हैं। यही कारण है कि सरकारी खरीद से चार पांच गुना धान प्रतिदिन खुली मंडी में बिक रहा है। किसानों ने भी माना कि इस सीजन वर्षा कम होने से कामन धान पतला रह गया है। धान पतला होने से टूटन भी अधिक है। इसी कारण धान को रिजेक्ट किया जाता है। सरकारी खरीद का धान राइस मिलर्स को बेचा जाता है। राइस मिलर आधुनिक मशीनों से जांच करने के बाद ही धान की आपूर्ति लेते हैं। यदि राइस मिलर्स सरकारी खरीद के धान को रिजेक्ट कर दें तो धान खरीदने वाले केंद्र प्रभारी की जिम्मेदारी तय की जाती है। इसलिए देख-परख कर ही धान खरीद करना केंद्र प्रभारी की मजबूरी है। गिरीश चंद्र -विपणन निरीक्षक,केंद्र प्रभारी
सांसद ने दिया शिकायतों के निस्तारण का आश्वासन
सोमवार की शाम सांसद मुकेश राजपूत फैजबाग स्थित धान क्रय केंद्र पर पहुंचे। किसानों से धान खरीद की जानकारी ली। किसानों ने नवाबगंज व कायमगंज में टोकन नहीं मिलने की शिकायत की। जिसके चलते वहां के भी किसान यहां अपना धान बिक्री करने के लिए आते हैं। भाकियू जिलाध्यक्ष रामबहादुर राजपूत ने भी केंद्रों पर टोकन व्यवस्था कराए जाने की मांग की। सांसद ने अधिकारियों से वार्ता कर समस्या का निदान करने का आश्वासन दिया। उनासी स्थित नेफेड के क्रय केंद्र पर प्रभारी गायब
संकिसा : मोहम्मदाबाद विकास खंड के ग्राम उनासी में नेफेड द्वारा धान क्रय केंद्र खोला गया है। जिस पर केंद्र प्रभारी गायब रहते हैं। मोबाइल फोन भी अटेंड नहीं करते हैं। ग्राम उनासी की कोटेदार के पति अवधेश यादव ने बताया कि इस केंद्र पर उनका पुत्र मोनू तुलाई करता है। वह आज राजेंद्र नगर स्थित पुरुषोत्तम इंटर कालेज में एनसीसी की परेड में गया है। अचरा क्षेत्र के किसान कुनेंद्र गंगवार ने बताया कि वह और उनका भाई दर्जनों बार इस केंद्र पर टोकन आदि के लिए आकर लौट चुके हैं। क्रय प्रभारी मौजूद नहीं मिलते है। कर्मचारी वारदाना न होने की बात कह कर टरका देते हैं।
वहीं मोहम्मदाबाद में नेफेड द्वारा संचालित राजकीय धान क्रय केंद्र कटिन्ना मानिकपुर में सोमवार सुबह 11 बजे तक क्रय केंद्र पर सन्नाटा था। कांटा भी नहीं लगा था। जबकि रजिस्टर पर भानुप्रताप सिंह परिहार से 44 क्विटल धान खरीद किया जाना दर्ज था। खतौनी का नंबर अंकित नहीं था। अब तक यहां 19 किसानों का 1700 क्विटल धान खरीदा गया है। स्थानीय लोगों ने बताया क्षेत्र में धान कम होता है। रात में ही धान लाकर लगा दिया जाता है। धान खरीद का 45 फीसद लक्ष्य पूर्ण
मोहम्मदाबाद मंडी परिसर में खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा संचालित धान खरीद केंद्र पर 15 हजार क्विंटल के सापेक्ष सात हजार क्विंटल की खरीद हो चुकी है। किसानों का आरोप है कि केंद्र पर रात के अंधेरे में बिचौलियों का धान आता है और बिना छनाई के क्रय केंद्र पर लग जाता हे। किसानों का धान छनाई के बावजूद 65 फीसद चावल न होने की बात कहकर सैंपल फेल कर दिया जाता है। खरीद केंद्र के आसपास धान के हजारों बोरे लगे हैं। जिससे किसान का धान सड़कों पर ही लगा है। विपणन निरीक्षक प्रवीन कुमार ने बताया कि पल्लेदार कम होने की वजह से धान की तौल की समस्या आ रही है। 12 नवंबर की तारीख मिली थी। सोमवार को 11 दिन बाद स्वयं पल्लेदार लाकर धान तौल रहा हूं। इसके बावजूद 10 रुपया पैकेट पल्लेदारी देनी पड़ रही है।
- आयुष दुबे, रोहिला।
11 दिनों से धान की तौल का इंतजार कर रहे हैं। तौल न हो पाने से वह काफी परेशान हो गए हैं। वह चाहते हैं कि जल्दी से जल्दी तौल हो जाए।
- जयपाल सिंह, मुड़गांव।