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फर्जी कागज लगाकर 60 क्विंटल धान बेचा

संवाद सूत्र कमालगंज (फर्रुखाबाद) सरकारी खरीद केंद्र पर पहुंचे विधायक नागेंद्र सिंह राठौर

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Dec 2020 07:05 PM (IST)Updated: Thu, 24 Dec 2020 10:29 PM (IST)
फर्जी कागज लगाकर 60 क्विंटल धान बेचा
फर्जी कागज लगाकर 60 क्विंटल धान बेचा

संवाद सूत्र, कमालगंज (फर्रुखाबाद) : सरकारी खरीद केंद्र पर पहुंचे विधायक नागेंद्र सिंह राठौर ने धान खरीद का ब्योरा तलब किया तो गोलमाल मिला। जिस पर विधायक ने अभिलेखों में अंकित किसान से बात की तो पता चला जिस गांव के खेती के कागज लगाए गए हैं, उस गांव में किसान की कोई खेती ही नहीं है। विधायक बोले किसानों का हिस्सा बिचौलिया खा रहे हैं।

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विधायक नागेंद्र सिंह राठौर ने गुरुवार दोपहर 12 बजे कृषि उत्पादन मंडी समिति में खुले धान खरीद केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान विधायक ने एक मामला पकड़ा, जिसमें नहरैया निवासी गौरव गुप्ता के नाम से 60 क्विंटल धान की बिक्री दिखाई गई। लेखपाल से गाटा संख्या की जांच कराई गई तो पता चला कि इस नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं है। अंकित फोन नंबर पर जानकारी करने पर गौरव जनपद कन्नौज के थाना तालग्राम का रहने वाला है। मामले की शिकायत विधायक ने मोबाइल से जिलाधिकारी से करते हुए कहा कि धान खरीद केंद्र पर की गई खरीद का भौतिक सत्यापन कराया जाए।

खरीद केंद्र प्रभारी रामनरेश से धान खरीद के लक्ष्य के बारे में जानकारी मांगी तो उन्होंने बताया कि उन्हें 8000 क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य मिला था, लेकिन उन्होंने 15147 क्विंटल धान की खरीद की है। वहीं राजा नगला निवासी किसान गुरदेव सिंह ने विधायक से शिकायत करते हुए कहा कि वह बड़े किसान हैं, उनके पास डेढ़ सौ क्विंटल मक्का व 69 क्विंटल धान है। उसके बावजूद धान केंद्र प्रभारी उनसे बदसलूकी करते हैं।

चीनी मिल पर पिछले वर्ष का बाकी 2.5 करोड़ गन्ना मूल्य

संवाद सहयोगी, कायमगंज : कायमगंज की सहकारी चीनी मिल पर पिछले वर्ष में आपूर्ति हुए गन्ने का करीब ढाई करोड़ मूल्य अभी तक किसानों को भुगतान नहीं हुआ है। इस सत्र मिल शुरू हुए एक माह से अधिक हो चुका है। इस सीजन का भी करीब दस करोड़ बाकी हो गया है।

चीनी मिल में गन्ना लेकर पहुंचे गांव नरैनामऊ के एक किसान ने अपना नाम न छापने का अनुरोध करते हुए बताया कि पिछले सत्र के अंतिम चरण में चीनी मिल को आपूर्ति किए गए पांच बुग्गी गन्ना का करीब चालीस हजार रुपया अभी तक नहीं मिला। जबकि इस सत्र मे भी काफी गन्ना आपूर्ति कर चुके हैं, लेकिन रुपया अभी तक नहीं मिला। ऐसी समस्या बताने के लिए कई किसान आगे आए जिन्हें पिछले वर्ष का ही भुगतान नहीं मिल पाया है। इस बाबत चीनी मिल के जीएम किशन लाल ने बताया कि पिछले सत्र का करीब 95 फीसद गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा चुका है। मात्र पांच फीसद में करीब ढाई करोड़ का भुगतान शेष रह गया है, जो इसी सप्ताह कर दिया जाएगा। इसके बाद इस सत्र का भुगतान भी जारी होने लगेगा।


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