शहर में बन रहे डिफेक्टिव री¨डग के 5500 बिल
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : बिजली विभाग में वर्षों से चली आ रही लापरवाही को सुधारने में अ
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : बिजली विभाग में वर्षों से चली आ रही लापरवाही को सुधारने में अधिशासी अभियंता नगरीय खुद ही जुट गए हैं। आरडीएफ बिलों का संशोधन शुरू किया तो किसी उपभोक्ता को राहत मिल रही है, वहीं कम बिल चुकाने वालों का बिल हजारों में बढ़ने से उन पर आफत सी आ रही है। शहर में करीब 5500 उपभोक्ताओं के आरडीएफ बिल बन रहे हैं।अब संशोधन के लिए उपभोक्ताओं को विभाग के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
शहर के 5500 उपभोक्ताओं के बिल डिफेक्टिव री¨डग के बिल बन रहे हैं। इन पर आरडीएफ अंकित होता है। इन बिलों में पूर्व व वर्तमान री¨डग तो दिखाई देती है, लेकिन खपत होने वाले यूनिट कम या अधिक होते हैं। ऐसे में किसी का बढ़कर बिल आ रहा था तो कोई कम यूनिट का बिल पाकर खुश था। अधिक बिल आने पर उपभोक्ता संशोधन के लिए विभाग के चक्कर लगाते थे, वहीं विभाग द्वारा ध्यान न दिए जाने से कम बिल अदा करने वाले चुप्पी साधे बैठे थे। इस बीच विभाग से जुड़े लोग मीटर बदलकर खेल भी कर लेते थे। अधिशासी अभियंता नगरीय पंकज अग्रवाल ने बताया कि 5500 बिल आरडीएफ बन रहे थे। उन बिलों के संशोधन का कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है।
अधिशासी अभियंता ने बताया कि करीब 700 से अधिक बिल सही किए जा चुके हैं। इनमें 400 उपभोक्ताओं के बिल संशोधन में हजारों रुपये बिल घट गया। एक उपभोक्ता को एक लाख 49 हजार रुपये घटकर मात्र 79 हजार ही बिल रह गया। वहीं 300 बिलों का भुगतान बढ़ गया है। इसी माह 1000 से अधिक बिल सही कर लिए जाएंगे। इन उपभोक्ताओं के अगले माह बिल घटकर या बढ़कर आएंगे। यदि कोई दिक्कत हो तो उपभोक्ता उनसे संपर्क कर सकते हैं।