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एसीएमओ समेत 54 लोग निकले कोरोना पाजिटिव

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद रविवार को आई जांच रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण की चपेट में

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 10:47 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 10:47 PM (IST)
एसीएमओ समेत 54 लोग निकले कोरोना पाजिटिव
एसीएमओ समेत 54 लोग निकले कोरोना पाजिटिव

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : रविवार को आई जांच रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण की चपेट में आने वालों की संख्या कम रही। हालांकि अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला कारागार का एक बंदी, कोल्ड स्टोरेज स्वामी और उनकी पत्नी समेत 54 लोग संक्रमण की जद में आ गए।

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अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सर्वेश यादव लोहिया कैंपस में रह रहे हैं। वह कोविड संबंधित के नोडल अधिकारी भी हैं। उन्होंने लोहिया अस्पताल परिसर में बनी आरटी-पीसीआर लैब से कोविड की जांच कराई। रिपोर्ट संक्रमित आने पर वह होम आइसोलेट हो गए। इमरजेंसी मेडिकल आफीसर डा. अंकित यादव की आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट भी पाजिटिव आई। लोहिया अस्पताल कैंपस निवासी दो लोग भी संक्रमित हो गए। शहर के मोहल्ला मित्तू कूंचा निवासी कोल्ड स्टोरेज मालिक और उनकी पत्नी भी संक्रमण की जद में आ गईं। आवास विकास कालोनी निवासी अधेड़, रकाबगंज नगरीय स्वास्थ्य केंद्र की एक कर्मचारी, जटवारा निवासी अधेड़, नुनहाई निवासी दो लोग, अंबेडकर कालोनी भोलेपुर निवासी वृद्ध, गांव लालपुर निवासी तीन लोग की रिपोर्ट भी कोरोना पाजिटिव आई। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सतीश चंद्रा ने बताया कि 54 लोगों की रिपोर्ट संक्रमित आई है। जब कि संक्रमण से लड़ रहे 69 लोग ठीक हो गए हैं। 600 लोगों का इलाज जारी है।

10,630 लोगों ने कराया वैक्सीनेशन

मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि सरकारी अस्पताल और शहर के गली मोहल्लों में रविवार को कोविड टीकाकरण कैंप लगाकर 10,630 लोगों का कोविड टीकाकरण किया गया। दो घंटे बगैर चिकित्सक के रहा आपातकालीन कक्ष

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : रविवार को लोहिया अस्पताल का आपातकालीन कक्ष दो घंटे बगैर चिकित्सक के रहा। जिससे लोगों को परेशान होना पड़ा। सीएमओ के निर्देश पर दो घंटे बाद चिकित्सक ड्यूटी पर पहुंचे।

लोहिया अस्पताल के तीन इमरजेंसी मेडिकल आफीसर कोरोना संक्रमित होने के कारण वह होम आइसोलेट हो गए हैं। जिस कारण चिकित्सक की और कमी हो गई है। आपातकालीन कक्ष में ड्यूटी के लिए चिकित्सक न होने पर मुख्य चिकित्साधिकारी के अधीन डा. सुमित शाक्य की ड्यूटी लगाई गई। रविवार दोपहर दो बजे उनकी ड्यूटी थी, लेकिन वह नहीं आए। इस दौरान फार्मासिस्ट संजीव कुमार और जितेंद्र सिंह ने मरीजों को देखा। इस दौरान एक गंभीर मरीज आने पर फार्मासिस्ट ने इसकी सूचना मुख्य चिकित्साधीक्षक को दी। इसके बाद दो घंटे बाद चिकित्सक ड्यूटी पर पहुंचे।


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