डीफार्मा की फर्जी डिग्री थमाकर 1.60 लाख हड़पे
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद इटावा स्थित माही कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नालॉजी के चेयरमैन
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : इटावा स्थित माही कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नालॉजी के चेयरमैन पर 1.60 लाख रुपये लेकर डीफार्मा की फर्जी डिग्री देने का आरोप लगा है। इस मामले की न्यायालय में याचिका दायर की गई है। सीजेएम ने परिवाद दर्ज कर वादी के बयान के लिए 21 मार्च की तिथि नियत की है।
शहर कोतवाली के मोहल्ला खतराना निवासी अनमोल जलोटा ने न्यायालय में दायर याचिका में कहा है कि उन्होंने और उनके चाचा ने इटावा स्थित माही कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नालॉजी में डीफार्मा के लिए प्रवेश लिया था। कॉलेज के चेयरमैन रजत त्रिपाठी ने उनसे कई बार में 1.60 लाख रुपये ले लिए। कुछ दिन बाद उन्हें व चाचा को राजस्थान के उदयपुर स्थित एक विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्री दे दी गई। जब उन्होंने यूनिवर्सिटी में फोन पर संपर्क किया तो पता चला कि डिग्री फर्जी है। उन्होंने कॉलेज के चेयरमैन से रुपये वापस मांगे तो उन्होंने देने से इन्कार कर दिया। इस मामले में सीजेएम ने परिवाद दर्ज कर लिया है। बताते चलें कि प्रबंधक रजत त्रिपाठी के खिलाफ पुलिस ने जून 2020 में गैंगस्टर एक्ट तामील किया था। नवंबर 2020 में जिला प्रशासन ने कॉलेज की जमीन व संपत्ति जब्त कर ली थी। तभी रजत को जेल भेजा गया था। हालांकि वर्तमान में वह जमानत पर है।
50 खाद्य पदार्थों की जांच में आठ में मिली गड़बड़ी
संवाद सूत्र, नवाबगंज : मोबाइल प्रयोगशाला के साथ पहुंची खाद्य सुरक्षा टीम ने खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच की। कुल 50 खाद्य पदार्थों की जांच में आठ में गड़बड़ी मिली। टीम ने संबंधित दुकानदारों को चेतावनी दी।
मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री रोकने व मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन न करने को लोगों को जागरूक करने के लिए शुक्रवार मोबाइल प्रयोगशाला के साथ नवाबगंज मुख्य बाजार पहुंची खाद्य सुरक्षा टीम ने दुकानों पर बिक्री किया जा रहा जीरा, काली मिर्च, काली मसूर, गुड़, नमकीन, साबित हल्दी, उड़द दाल, काली मसूर दाल, चना, रिफाइंड, सरसों के तेल, खोवा व निर्मित मिठाइयों और फलों के नमूने लिए। टीम द्वारा मौके पर की लगभग 50 खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच की गई। जांच में आठ में मिलावट मिली। जांच में काली मिर्च में पपीते के बीज, दालों, साबित हल्दी व गुड़ में रंग की व खोवा में मैदा आदि की मिलावट पाई गई। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी नरेंद्र प्रताप सिंह, खाद्य सुरक्षा अधिकारी विजेंद्र सिंह वर्मा व विमल कुमार ने दुकानदारों को मिलावटी खाद्य पदार्थों को किसी भी कीमत में न बेचने की चेतावनी दी। लोगों को मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया। मोबाइल प्रयोगशाला के साथ लखनऊ से आए राजन तिवारी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी संतोष कुमार वर्मा, आशीष कुमार आदि मौजूद रहे।