सियासी मोर्चें पर भाजपा-सपा की यूथ ब्रिगेड तैनात
विधान सभा चुनाव को लेकर सपा व भाजपा ने की किलेबंदी युवाओं को दी अलग अलग विस क्षेत्रों की जिम्मेदारी
अयोध्या (प्रवीण तिवारी): विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही अयोध्या में भी सियासी ताप बढ़ने लगा है। जीत के लिए सभी दल पूरी ताकत से जोड़-तोड़ में जुटे हैं। भारतीय जनता पार्टी तथा समाजवादी पार्टी ने तो नामांकन प्रक्रिया के पहले ही मोर्चे पर युवाओं की फौज तैनात कर दी है। राजनीतिक दलों ने युवा संगठनों के जुड़े नेताओं को अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों का जिम्मा देकर चुनावी सरगर्मी बढ़ा दी है। इनमें कई छात्र राजनीति के लोकप्रिय चेहरे हैं। सपा ने छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने वाले आकाश यादव व दीपक यादव तथा उपाध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने वाली मीनाक्षी उपाध्याय को युवाओं की टीम का सेनापति बनाया है। भाजपा युवा मोर्चा ने भी इनसे लोहा लेने वाली टीम उतार दी है। एबीवीपी के कर्ताधर्ता रहे विवेक सिंह मोनू, विशाल सिंह तथा रवि शर्मा अहम चेहरे हैं। युवा मोर्चा के अयोध्या महानगर के अध्यक्ष रवि शर्मा को अयोध्या, युवा मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष विवेक सिंह मोनू को बीकापुर तथा क्षेत्रीय उपाध्यक्ष विशाल सिंह को मिल्कीपुर विधानसभा सीट का प्रभारी बनाया गया है। युवा मोर्चा के ही जिलाध्यक्ष सुनील मिश्रा को रुदौली तथा अनुराग त्रिपाठी को गोसाईंगंज भेजा गया है। इन पर युवाओं को जोड़ने तथा सेक्टर स्तर पर प्रवास का जिम्मा है। छात्रसभा के अतिरिक्त समाजवादी पार्टी के अलग-अलग फ्रंटल संगठनों ने भी युवाओं को तरजीह देते हुए इन्हें विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया। आकाश यादव को अयोध्या तथा दीपक यादव राधे को गोसाईंगंज विस सीट का प्रभारी बनाया गया है। इंद्रसेन यादव पहलवान को अयोध्या में तैनात किया गया है। सपा ने विजय नारायण यादव को बीकापुर, सरोज यादव तथा मीनाक्षी उपाध्याय को अयोध्या का दायित्व दिया है। सुनील कुमार सिंह को बीकापुर, मनीष सक्सेना आर्य को रुदौली भेजा गया है।
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रवि व शिवांशु पर दोहरी जिम्मेदारी
अयोध्या: साकेत महाविद्यालय में छात्रसंघ उपाध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने वाले व सांगठनिक ²ष्टि से सपा व भाजपा में अहम पद पर तैनात क्रमश: शिवांशु त्रिपाठी व रवि शर्मा पर युवाओं को अपने- अपने दलों के पक्ष में लामबंद करने की अहम जिम्मेदारी है। साथ ही पूरी ताकत के साथ संगठन को सक्रिय रखने का जिम्मा भी है। रवि शर्मा एबीवीपी के टिकट से उपाध्यक्ष तो शिवांशु सपा के टिकट पर इसी पद पर चुनाव लड़ चुके हैं। युवाओं के बीच लोकप्रियता की वजह से ही इन दोनों को संगठन ने अहम जिम्मदारी दी है।