वशिष्ठ त्रिपाठी को मिला अखिलेश्वरदास स्मृति सम्मान
विषयों के प्रकांड आचार्य पं. अखिलेश्वरदास की 125वीं जयंती के मौके पर रामकुंज कथामंडप में 10 दिवसीय श्रीसद्गुरु सपादशती महामहोत्सव के क्रम में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व न्यायविभागाध्यक्ष पं. वशिष्ठ त्रिपाठी को पं. अखिलेश्वरदास स्मृति सम्मान से विभूषित किया गया। सम्मान के तहत पं. अखिलेश्वरदास के उत्तराधिकारी एवं रामकुंज के वर्तमान महंत रामानंददास ने डॉ. त्रिपाठी को अंगवस्त्र प्रशस्ति पत्र एवं
अयोध्या : दिग्गज संत एवं पारंपरिक विषयों के प्रकांड आचार्य पं. अखिलेश्वरदास की 125वीं जयंती के मौके पर रामकुंज कथामंडप में 10 दिवसीय श्रीसद्गुरु सपादशती महामहोत्सव के क्रम में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व न्यायविभागाध्यक्ष पं. वशिष्ठ त्रिपाठी को पं. अखिलेश्वरदास स्मृति सम्मान से विभूषित किया गया। सम्मान के तहत पं. अखिलेश्वरदास के उत्तराधिकारी एवं रामकुंज के वर्तमान महंत रामानंददास ने डॉ. त्रिपाठी को अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र एवं एक लाख की नकद राशि प्रदान की। इस मौके पर रंगवाटिका के महंत हरिसिद्धशरण एवं वरिष्ठ रामायणी राममंगलदास सहित बड़ी संख्या में संत-महंत एवं श्रद्धालु मौजूद रहे।
महोत्सव के क्रम में पं. श्रीअखिलेश्वरदास सेवा ट्रस्ट की ओर सर्वमान्य संत, शिक्षा गुरु, संगीत एवं संवाद के क्षेत्र में पांच विशिष्ट विभूतियों को पं. श्रीअखिलेश्वरदास स्कृति सम्मान से समा²त किया जाना है। समा²त होने वालों में शीर्ष संत महंत नृत्यगोपालदास, रामवल्लभाकुंज पीठाधीश्वर महंत रामशंकरदास वेदांती, पं. वशिष्ठ त्रिपाठी, शास्त्रीय संगीत की निधि माने जाने वाले गौरीशंकरदास सहित संवाद क्षेत्र से जुड़े दो लोग शामिल हैं। महंत रामशंकरदास को जहां बुधवार को ही सम्मानित किया जा चुका है, वहीं 10 दिवसीय समारोह के दौरान सम्मान के लिए चुनी गईं शेष विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा। इस बीच जाने-माने कथाव्यास एवं नई दिल्ली स्थित लालबहादुर शास्त्री विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पं. रामकिकराचार्य ने वाल्मीकीय रामायण पर केंद्रित नौ दिवसीय प्रवचन का क्रम आगे बढ़ाते हुए सीता-राम विवाह का तात्विक विवेचन किया।
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