इंटैक के स्थापना दिवस पर बिखरे लोक संस्कृति के रंग
पोस्टर रचना प्रतियोगिता के विजेता हुए पुरस्कृत मृदंग वादक वैभव रामदास की प्रस्तुति ने मोहा मन
अयोध्या : इंडियन नेशनल ट्रस्ट फार आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (इंटैक) के स्थापना दिवस पर लोक संस्कृति का रंग बिखरा तो प्रतिभाशाली कलाकारों को पुरस्कृत किया गया। सिविल लाइन स्थित स्काउट भवन में आयोजित स्थापना दिवस समारोह में भारतीय लोक संस्कृति की अनेक जीवंत प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र रहीं। अयोध्या चैप्टर की संयोजक मंजुला झुनझुनवाला ने कहा, इंटैक की स्थापना 27 जनवरी 1984 को दिल्ली में विरासत जागरूकता और संरक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए की गई थी। अयोध्या अध्याय का गठन दिसंबर 2020 में हुआ। चैप्टर की ओर से संचालित विभिन्न परियोजनाओं का परिणाम अब धरातल पर दिखना शुरू हो गया है।
अखिल भारतीय पोस्टर रचना प्रतियोगिता की विजेता आर्मी स्कूल की प्रगति सिंह को प्रथम, जेबी अकादमी की कादंबरी राजपाल को द्वितीय, जेबी अकादमी की ही आस्था सिंह को तृतीय तथा इनोवेटिव माइंड्स अकादमी के तनिष्क और भवदीय पब्लिक स्कूल के छात्र कार्तिकेय सिंह को सांत्वना पुरस्कार से पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। शहर स्तर पर सामूहिक रूप से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए जेबी अकादमी को विजेता ट्राफी प्रदान की गई। प्रसिद्ध मृदंग वादक वैभव रामदास ने अपनी प्रस्तुति से संगीत का रस घोल कर लोगों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। बबिता गौर एवं अखिलेश मोहन की अगुवाई में लोक गायकों के समूह ने पचरा, चैता, कजरी, फाग, तथा सोहर लोकगीतों की शानदार प्रस्तुति से भारत की समृद्ध लोक-सांस्कृतिक परंपरा की झलक प्रस्तुत की। स्थानीय धरोहरों पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें पारंपरिक खेल, सरपत से बनी हस्त शिल्प की वस्तुएं, हस्त कसीदाकारी, विरासत यात्राओं तथा मूर्त धरोहरों के चित्र, स्थानीय पारंपरिक खाद्य तथा पुस्तकों के स्टाल शामिल रहे। इंटैक अयोध्या के सौजन्य से स्काउट भवन परिसर में दो बड़े कूड़ेदान भी स्थापित किए गए। अनुजा श्रीवास्तव, डा. इंद्रोनील बनर्जी सहित संस्था के सभी सदस्य, संस्थागत सदस्यता वाले विद्यालयों के निदेशक, प्रधानाचार्य, शिक्षक, अभिभावक, हेरिटेज क्लब के सदस्य तथा अन्य विशिष्ट जन उपस्थित रहे।