दो लाख किसानों की सम्मान निधि की राह मुश्किल
छह हजार रुपया तीन किस्तों में किसानों को मिलता है। पंजीकृत किसानों को किसान सम्मान निधि की धनराशि दी जाती है। पंजीकरण में गड़बड़ी के चलते ढेर सारे किसान सम्मान निधि की धनराशि से वंचित हैं।
अयोध्या : किसानों को 30 नवंबर तक किसान सम्मान निधि पंजीकरण की गड़बड़ी ठीक करानी थी। आठ दिसंबर तक लगभग 1.62 लाख किसानों का पंजीकरण गड़बड़ी के चलते भारत सरकार से निरस्त है। इसमें वे 45 हजार किसान शामिल नहीं हैं, जिनके पंजीकरण से आधार कार्ड का नंबर मेल नहीं खाता। इसे मिलाने पर जिले में ऐसे किसानों की संख्या दो लाख से अधिक हो जाएगी, जिनको सम्मान निधि की धनराशि मिलने का रास्ता आसान नहीं दिखता।
जिले में कुल तीन लाख 24 हजार 225 किसान हैं। आंकड़ों से समझे तो ऐसे में लगभग सवा लाख किसान ही किसान सम्मान निधि के हकदार बनेंगे। प्रभारी उप निदेशक कृषि बीके सिंह के अनुसार गड़बड़ियां ठीक कराने का अवसर बंद नहीं हुआ है। किसान जनसेवा केंद्र व कृषि विभाग कहीं से उसे ठीक करा सकते हैं। गड़बड़ी ठीक होने पर किसान सम्मान निधि की धनराशि मिलना शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार से छह हजार रुपया तीन किस्तों में किसानों को मिलता है। पंजीकृत किसानों को ही किसान सम्मान निधि की धनराशि दी जाती है। पंजीकरण में गड़बड़ी के चलते बड़ी संख्या में किसान सम्मान निधि की धनराशि से वंचित हैं।