ट्रक चालक की मौत पर उबाल, मार्ग जाम कर प्रदर्शन
मृतक के स्वजनों ने ट्रक मालिक पर लगाया हत्या का आरोप .सीतापुर के सदर बाजार चौकी क्षेत्र में मिला था शव.आरोपी पर कठोर कार्रवाई 50 लाख मुआवजा व पुत्र को सरकारी नौकरी की उठाई मांग
अयोध्या : ट्रक चालक रामकुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। ट्रक स्वामी पर हत्या का आरोप लगाते हुए मृतक के स्वजनों ने बुधवार को शहर के मकबरा तिराहे पर शव रख कर प्रदर्शन किया। मृतक के स्वजनों का आरोप है कि ट्रक स्वामी ने रामकुमार की हत्या करा कर शव सीतापुर में फेक दिया। पुलिस की सूचना पर मंगलवार को सीतापुर पहुंचे स्वजनों ने शव की शिनाख्त की। बुधवार को शव यहां पहुंचते ही कोहराम मच गया। रामकुमार शहर के सआदत अली की छावनी के रहने वाले थे। मृतक की बेटी लवली प्रजापति ने बताया कि उनके पिता रामकुमार शहर के रहने वाले व्यक्ति की ट्रक चलाते थे। गत 13 अक्टूबर को वह ट्रक लेकर अयोध्या से बहराइच के लिए निकले थे। 13 तारीख की शाम तक उनसे फोन पर वार्ता हुई, लेकिन उसके बाद से उनका मोबाइल स्विच ऑफ है। 15 अक्टूबर को ट्रक मालिक ने रुपये देने के लिए भाई अर्पित को बुलाया था। दशहरा होने के कारण अर्पित दूसरे दिन ट्रक मालिक के पास पहुंचा, जहां बताया कि रामकुमार पेंट चोरी कर भाग गया है। स्वजनों को ट्रक मालिक की बात पर भरोसा नहीं हुआ। मन में अनहोनी की आशंका लेकर पिता की तलाश व कार्रवाई के लिए बेटियां पुलिस के चक्कर लगाती रहीं, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। गत मंगलवार को पुलिस ने सीतापुर में लावारिस शव मिलने की सूचना रामकुमार के स्वजनों को देते हुए शिनाख्त के लिए कहा। सीतापुर पहुंचे स्वजनों ने शव की शिनाख्त रामकुमार के रूप में की। रामकुमार का शव गत 15 अक्टूबर को ही सीतापुर की सदर बाजार चौकी क्षेत्र में बरामद हो गया था, जिसकी शिनाख्त नहीं हुई थी। रामकुमार का परिवार आर्थिक रूप से बहुत ही कमजोर है। रामकुमार पर ही परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी थी। मार्ग जाम की सूचना पाकर पहुंचे एएसपी पलाश बंसल के समक्ष स्वजनों ने ट्रक मालिक पर कठोर कार्रवाई, 50 लाख रुपये मुआवजा एवं पुत्र को सरकारी नौकरी देने की मांग रखी। एएसपी ने प्रभावी कार्रवाई का भरोसा देकर मार्ग जाम हटवाया। एएसपी ने बताया कि वारदात को लेकर काफी महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। कुछ संदिग्ध भी हिरासत में लिए गए हैं। जल्द ही राजफाश किया जाएगा।