समस्याएं जस की तस, कार्रवाई बेअसर, सुधरने को नहीं तैयार लोग
सड़क सुरक्षा सप्ताह रविवार को खत्म हो गया लेकिन समस्याएं जस की तस रहीं. कार्रवाई का असर भी चंद घंटों तक दिखाई दिया और फिर वही पुरानी तस्वीर.
अयोध्या: सड़क सुरक्षा सप्ताह रविवार को खत्म हो गया, लेकिन समस्याएं जस की तस रहीं। कार्रवाई का असर भी चंद घंटों तक दिखाई दिया और फिर वही पुरानी तस्वीर। शहर की सड़कों, चौराहों पर जहां-तहां जाम, हाईवे किनारे सर्विस लेन पर ट्रकों की लंबी कतार, शहर में नो पार्किंग पर वाहनों का अवैध पार्क होना, अनियोजित वाहनों का संचालन, गली-सड़कों-चौराहों पर हर जगह ई-रिक्शा की भीड़, ट्रैफिक लाइटों का पालन न होना, बिना हेलमेट के वाहनों का संचालन, गति सीमा निर्धारण के बाद भी सड़कों पर तेजी से वाहनों का दौड़ना जैसी तमाम तस्वीरे यहीं बया करती हैं कि लोग सुधरने को तैयार नहीं हैं।
सप्ताह भर अभियान चलाकर परिवहन विभाग ने कोरम पूरा कर दिया। विभाग के दो अधिकारी नोडल अधिकारी-एआरटीओ प्रवर्तन और पीटीओ नियमों का पालन कराने में जुटे रहे। चालक- परिचालकों को प्रशिक्षण देने से लेकर बच्चों को सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए ऑन लाइन प्रतियोगिताएं करवाई गईं। शहर के प्रमुख चौराहों पर होर्डिंग लगवाई, प्रदूषण जांच केंद्रों का निरीक्षण कर रजिस्टर में इंट्री का निर्देश दिया गया। हेलमेट, सीट बेल्ट के प्रति जागरूक करने के साथ ही न मानने वालों का चालान काटा गया। वाहनों में प्रदूषण प्रमाणपत्रों की जांच हुई। ओवर लोडिग के खिलाफ अभियान चला और कार्रवाईयां भी हुई। जाम से निजात मिली और न अनियोजित संचालन से।
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क्या कहते हैं जिम्मेदार
'हमने वह सारे प्रयास किए जिससे लोगों में कानून का डर दिखे और लोग जागरूक होने के साथ ही नियमों का पालन करें। लोगों को खुद जिम्मेदार बनना होगा। अगर जागरूक नहीं होंगे, तो हादसों पर अंकुश लग पाना कठिन होगा। विभाग निरंतर अभियान चलाकर नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।' - नोडल अधिकारी व एआरटीओ (प्रवर्तन) एसडी सिंह
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अभियान के अंतिम दिन एक लाख का ई-चालान
-सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतिम दिन ओवरलोडिग, सड़क के किनारे अवैध पार्क वाहनों एवं रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप न लगाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई। अवैध पार्क छह वाहनों के खिलाफ कुल 15 हजार, रिफ्लेक्टिव टेप न लगाने वाले चार वाहनों के खिलाफ कुल 10 हजार और हाईवे पर छह ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कुल 75 हजार रुपये का ई-चालान किया गया।
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अधिकारियों की खाली कुर्सियों पर नहीं हुई तैनाती
- परिवहन विभाग में लंबे समय से अधिकारियों की खाली कुर्सियां आज तक आबाद नहीं हो सकीं। इसका असर अभियान पर भी दिखा। विभाग में आरआई के दो पद हैं लेकिन तैनाती सिर्फ एक की है। एआरटीओ प्रवर्तन के दो पद हैं, एक कुर्सी लंबे समय से से खाली है। इसके अलावा पीटीओ (यात्री एवं मालकर अधिकारी) के दो पद सृजित हैं लेकिन तैनाती सिर्फ एक पर है और दूसरा पद खाली है।