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नियुक्ति में फंसा पेच तो कुलपति ने केंद्र सरकार की परियोजना से खड़े किए हाथ

आचार्य नरेंद्रदेव कृषि विश्वविद्यालय में संचालित मौसम विज्ञान से संबंधित एक ऐसा मामला आया है जिसका सुलझना मुश्किल हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 11:55 PM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 11:55 PM (IST)
नियुक्ति में फंसा पेच तो कुलपति ने केंद्र सरकार की परियोजना से खड़े किए हाथ
नियुक्ति में फंसा पेच तो कुलपति ने केंद्र सरकार की परियोजना से खड़े किए हाथ

प्रवीण तिवारी,अयोध्या: आचार्य नरेंद्रदेव कृषि विश्वविद्यालय में संचालित मौसम विज्ञान से संबंधित एक ऐसी परियोजना, जिसमें तकरीबन 14 पदों पर नियुक्ति की कोशिश चल रही थी, लेकिन अचानक विवि प्रशासन ने पूरी परियोजना को तत्काल प्रभाव समाप्त किर दिया। कुलपति की ओर से इसकी सूचना मौसम विज्ञान विभाग नई दिल्ली (आइएमडी) को दे दी है। आइएमडी ने परियोजना बंद करने में धनाभाव के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। परियोजना में कार्यरत विज्ञानी न्यायालय गए। नई नियुक्ति तो नहीं हो सकी पर कुलपति ने इसे समाप्त करने का फैसला जरूर ले लिया। केंद्र सरकार ने इस परियोजना को ब्लाक स्तर पर किसानों को मौसम की सूचना देने के लिए शुरू कराया था।

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यह परियोजना 2018 वर्ष से कृषि मौसम विज्ञान नई दिल्ली से पोषित रही। पूर्व कुलपति प्रो.जेएस संधू ने कृषि मौसम प्रेक्षक व विषय विशेषज्ञ के कुल 16 पदों पर संविदा के आधार पर नियुक्ति की थी और आईएमडी व अखिल भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने नियुक्ति विज्ञानियों को समय-समय पर प्रशिक्षण भी दिया, ये अभी तक कार्यरत रहे। इनका विस्तार कार्य की समीक्षा के बाद प्रत्येक छह माह बाद बढ़ाने का प्रावधान है। विवि प्रशासन ने गत दो नंवबर को इन पदों पर नई नियुक्ति का विज्ञापन प्रकाशित किया तो यहीं से मामला बिगड़ गया। विवि प्रशासन ने 25 नवंबर को परियोजना का संचालन करने में असमर्थता व्यक्त करते हुए इसे तत्काल प्रभाव से इसे समाप्त किए जाने की सूचना आइएमडी को दे दी। हालांकि भारत मौसम विज्ञान विभाग के अपर महानिदेशक डा. केके सिंह कहते हैं कि परियोजना संचालन से हाथ खड़े करने के कुलपति के तर्क उचित नहीं हैं। पूरे देश में परियोजना चल रही है। बता दें विवि व आईएमडी के बीच पांच वर्षों के लिए करार भी हो चुका है। कुलपति के इस निर्णय में नियुक्ति को ही प्रमुख कारण बताया जा रहा है। अब अचानक परियोजना बंद हुई तो संविदा विशेषज्ञों में बेचैनी बढ़ गई है। विज्ञानियों ने बताया कि अन्यत्र विश्वविद्यालयों में प्रशिक्षित विज्ञानी कार्य कर रहे हैं। इनके विस्तार को कुलपति तैयार नहीं थे। उन्होंने नए सिरे से नियुक्त को विज्ञापन निकलवाया ।

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नौ जिले के केवीके में योजना का संचालन

अयोध्या: यह योजना नौ जिले के कृषि विज्ञान केंद्र में संचालित हैं। यहीं से ब्लाक स्तर से किसानों की एडवाइजरी जारी की जाती है। विवि के कदम के बाद योजना का संचालन ठप हो गया है। यह योजना सात केवीके पर जिला कृषि मौसम परिक्षेत्र इकाई के अंतर्गत तथा फसल अनुसंधान परिषद केंद्र बहराइच व कृषि मौसम विज्ञान विभाग कुमारगंज में कृषि मौसम परिक्षेत्र इकाई के तहत संचालन होता है। यहीं से ब्लाक स्तर पर किसानों को मौसम की एडवाइजरी दी जाती रही।

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बोले मीडिया प्रभारी

अयोध्या: मीडिया प्रभारी डा.अखिलेश सिंह ने बताया कि कुलपति डा.बिजेंद्र सिंह ने चार बार इसमें कार्यरत लोगों का सेवा विस्तार किया, लेकिन गत जुलाई माह से योजना में आइएमडी से धनराशि न मिलने से इसे समाप्त कर दिया गया।


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