रफ्ता-रफ्ता लौट रही बाजारों की रौनक
बाजारों में अब धीरे-धीरे रवानी आने लगी है हालांकि रोटेशन लागू है लेकिन दुकान खोलने का समय बढ़ने से व्यापारी भी उत्साहित हैं. व्यापारियों का मानना है कि प्रशासन की ओर से जिस प्रकार से क्रमवार ढील दी जा रही है उससे उम्मीद है कि अगले एक से डेढ़ पखवारे में कारोबार पटरी पर लौट आएगा.
अयोध्या: बाजारों में अब धीरे-धीरे रवानी आने लगी है, हालांकि रोटेशन लागू है, लेकिन दुकान खोलने का समय बढ़ने से व्यापारी भी उत्साहित हैं। व्यापारियों को मांगलिक आयोजन शुरू होने का भी इंतजार है। मांगलिक आयोजन शुरू होने पर बाजार तेजी से वापसी करेगा। व्यापारियों का मानना है कि प्रशासन की ओर से जिस प्रकार से क्रमवार ढील दी जा रही है, उससे उम्मीद है कि अगले एक से डेढ़ पखवारे में कारोबार पटरी पर लौट आएगा।
कपड़ा व्यवसायी सुमित राजपाल कहते हैं कि व्यापार लॉकडाउन से पहले की स्थिति में तो नहीं आया है, लेकिन जैसे-जैसे ढील का सिलसिला आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे व्यापार भी पटरी पर लौटने की उम्मीद है। उनका कहना है कि मौजूदा वक्त में जो मांगलिक आयोजन हो भी रहे हैं, वे बेहद सीमित हैं। इसीलिए अभी बिक्री पहले जैसी रफ्तार नहीं पकड़ सकी है। फर्नीचर कारोबारी रमेश जायसवाल कहते हैं कि व्यापार धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है, हालांकि बिक्री लॉकडाउन से पहले जैसी तो नहीं, लेकिन हमें उम्मीद है कि जल्द ही स्थितियां सामान्य हो जाएंगी।
सुमित और रमेश जैसे कई व्यापारी हैं, जिनका मानना है कि कारोबार धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ेगा। बुधवार को चौक, फतेहगंज, रिकाबगंज, नाका आदि बाजारों में ग्राहकों की मौजूदगी भी व्यापारियों के इस विश्वास को पुख्ता करने वाली रही। चौक में कपड़े की खरीदारी करते मिले आशीष तिवारी का कहना था कि कोरोना संक्रमितों के ठीक होने की दर काफी अच्छी है। इसीलिए विश्वास है कि जल्द ही यह जंग जीत ली जाएगी। वे मानते हैं कि जागरूक रह कर कोरोना से बचा जा सकता है। आशीष कहते हैं कि खरीदारी करते समय शारीरिक दूरी का पूरा पालन किया जा रहा है। दुकानों पर सैनिटाइजेशन की भी व्यवस्था है। इसलिए खरीदारी बेहिचक की जा रही है।