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रामनगरी में तांडव का विरोध हुआ तेज, फूंका कलाकारों का पुतला

रामनगरी में वेब सीरीज तांडव का विरोध तेज हो गया है। सिविल लाइंस स्थित गांधी पार्क में युवाओं ने फिल्म के कलाकारों व निर्माता-निर्देशकों का पुतला फूंक कर विरोध दर्ज कराया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 11:38 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 11:38 PM (IST)
रामनगरी में तांडव का विरोध हुआ तेज, फूंका कलाकारों का पुतला
रामनगरी में तांडव का विरोध हुआ तेज, फूंका कलाकारों का पुतला

अयोध्या : रामनगरी में वेब सीरीज तांडव का विरोध तेज हो गया है। सिविल लाइंस स्थित गांधी पार्क में युवाओं ने फिल्म के कलाकारों व निर्माता-निर्देशकों का पुतला फूंक कर विरोध दर्ज कराया। साथ ही कलाकारों व निर्माता-निर्देशकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। श्री अयोध्या धाम सेवा संस्थान के अध्यक्ष जनमेजय सिंह बाबा ने कहाकि तांडव वेब सीरीज में भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म को जानबूझ कर अपमानित किया गया। इसलिए कलाकारों व निर्माता-निर्देशकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, जिससे दोबारा कोई ऐसा करने का साहस नहीं कर सके। उन्होंने कहाकि वेबसीरीज में भगवान शिव और भगवान राम को जिस रूप में पेश किया गया है, वह कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। पुतला दहन करने वालों में संस्था उपाध्यक्ष पुनीत दुबे, समीर सिंह, ज्ञानस्वरूप सिंह, पवन गुप्ता, अतुल, पंकज द्विवेदी, धीरज यादव आदि थे। इससे पहले हनुमानगढ़ी के संत राजूदास ने भी वेबसीरीज के निर्माता-निर्देशकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी। उन्होंने कहाकि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

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महंत परमहंसदास ने तलवार में लटका कर फूंका पोस्टर

अयोध्या : तपस्वी छावनी के महंत परमहंसदास मांस-मदिरा की दुकान बंद कराने के लिए पांच दिनों से अनशन पर हैं, पर वेब सीरीज तांडव में हिदू देवताओं के अपमान से आक्रोशित परमहंसदास ने अनशन स्थल पर ही तांडव के निर्देशक अली अब्बास एवं अभिनेता सैफ अली खान का पोस्टर तलवार में लटका कर उसे आग के हवाले किया। उन्होंने कहा, यह चेतावनी है और यदि हिदू देवी-देवताओं को अपमानित करने की साजिश यूं ही चलती रही, तो हिदू तलवार उठाने को विवश होगा। परमहंसदास ने सरकार से मांग की कि न केवल तांडव का प्रदर्शन प्रतिबंधित किया जाय, बल्कि तांडव से जुड़ी टीम के विरुद्ध रासुका के तहत कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा, इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता या सामान्य चूक के नाम पर क्षमा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, हिदू देवताओं का अपमान करते हुए कलाकार यह क्यों भूल गए कि उन्हें अपनी आस्था पर जरा भी आघात नहीं पसंद है, तो हिदू देवताओं का अपमान किस मुंह से किया। महंत के मुताबिक यह निश्चित रूप से शरारतपूर्ण है और ऐसी शरारत करने वाले हिदुओं के धैर्य की परीक्षा न लें। इस मौके हिदू रक्षा संगठन की उपाध्यक्ष अर्चना हिदू, राष्ट्रवादी संतोष और कुछ अन्य संत-महंत मौजूद रहे।


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