Ayodhya Ram Mandir : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का आह्वान, न करें सोने और चांदी का दान
Ayodhya Ram Mandir श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दानदाताओं से कहा है कि अगर उनकी श्रद्धा है तो वे ट्रस्ट के खाते में सीधे धन जमा कर सकते हैं।
अयोध्या, जेएनएन। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं से सोने-चांदी की ईंट और आभूषण आदि धातुओं का दान नहीं करने का आह्वान किया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सभी दानदाताओं से कहा है कि अगर उनकी श्रद्धा है तो वे ट्रस्ट के खाते में सीधे धन जमा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सोने-चांदी व अन्य धातुओं का दान मान्य है, लेकिन अगर इसी तरह श्रद्धालु धातुओं से बनी वस्तुओं का दान करते रहेंगे तो उनका मूल्यांकन करना ट्रस्ट के लिए कठिन होगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को अब तक धातुओं से निर्मित एक क्विंटल से अधिक ईंटें दान में मिल चुकी हैं, लेकिन ट्रस्ट की समस्या यह है कि इसका मूल्यांकन किस प्रकार से किया जाए। इसीलिए अब ट्रस्ट से श्रद्धालुओं से दान स्वरूप धनराशि देने का आह्वान किया है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर यह संभावना लगातार व्यक्त की जा रही है कि मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट को कई श्रद्धालु आगे आकर दान करना चाहते हैं। इसी लिए ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने श्रद्धालुओं से यह आह्वान किया है।
जो जहां है, वहीं आराध्य का पूजन करे : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने राम भक्तों से आह्वान किया है कि जो जहां है वहीं पूजन करें। उनके अनुसार भूमि पूजन के दिन भारत के बाहर अन्य देशों में निवास करने वाले सभी राम भक्त और देश के संत-महात्मा अपने मठ मंदिर में तथा अन्य सभी श्रद्धालु अपने घर पर परिवार के साथ या अपने निकट के मंदिर में पूर्वाह्न 11:30 से मध्याह्न 12:30 बजे तक भजन-पूजन करें। यदि संभव हो, तो किसी बड़े सभागार में टेलीविजन पर भूमिपूजन का लाइव प्रसारण देखने-दिखाने की व्यवस्था करें।
शुभ मुहूर्त में पीएम मोदी करेंगे भूमि पूजन : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भूमि पूजन की तारीख तय करने से पूर्व ही भूमि पूजन के शुभ मुहूर्त की ओर पूरा ध्यान दिया। ट्रस्ट के ही अनुरोध पर काशी के प्रख्यात विद्वान पं. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने विद्वानों से मंत्रणा के बाद भूमि पूजन का मुहूर्त पांच अगस्त को मध्याह्न 12 बजकर 15 मिनट और 15 सेकेंड से अगले 32 सेकेंड के लिए सुनिश्चित किया है। पीएम नरेंद्र मोदी 32 सेकेंड की अवधि में श्रीराम मंदिर की आधारशिला रखेंगे। आधारशिला स्थापन में भी शास्त्रीयता का पूरा ध्यान रखा गया है। रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्रदास के अनुसार नंदा, जया, भद्रा, रिक्ता एवं पूर्णा के रूप में पांच शिलाओं का पूजन किया जाएगा और उन्हें मंदिर की नींव में स्थापित किया जाएगा।