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शिव पार्वती संवाद से तैयार हुई रामकथा की भावभूमि

शिव पार्वती संवाद से तैयार हुई रामकथा की भावभूमि -सितारों से सज्जित नौ दिवसीय रामलीला की प्रथम प्रस्तुति अयोध्या। सरयू तट स्थित लक्ष्मण किला परिसर में फिल्मी सितारों से सज्जित नौ दिवसीय रामलीला का आगाज शिव-पार्वती संवाद से हुआ.

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 11:49 PM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 11:49 PM (IST)
शिव पार्वती संवाद से तैयार हुई रामकथा की भावभूमि
शिव पार्वती संवाद से तैयार हुई रामकथा की भावभूमि

अयोध्या: सरयू तट स्थित लक्ष्मण किला परिसर में फिल्मी सितारों से सज्जित नौ दिवसीय रामलीला का आगाज शिव-पार्वती संवाद से हुआ। कैलाश के शिखर की तरह सज्जित मंच पर शिव और पार्वती की उपस्थिति मनोहारी थी। कलाकारों ने मंच के साथ पूरी जीवंतता और स्वाभाविकता का परिचय दिया। पार्वती शिव से कहती हैं आप की महिमा तीनों लोकों में प्रसिद्ध है। यदि आप मुझ पर प्रसन्न हैं और मुझे सच्ची दासी मानते हैं तो हे प्रभु श्री रघुनाथ जी की नाना प्रकार की कथा कह कर मेरा अज्ञान दूर कीजिए। पार्वती के आग्रह पर शिव मुदित होते हैं और कहते हैं तुम्हारे समान उपकारी कोई नहीं है। तुम राम जी का प्रसंग पूछ कर सब लोकों को पवित्र कर देने वाली गंगा के समान रामकथा की हेतु बनी हो। इस तरह शिव पार्वती संवाद के साथ पुरातन कथानक के अनुरूप मंच पर धीरे-धीरे रामकथा की भाव भूमि तैयार होनी शुरू हुई। एक अन्य ²श्य में नारद प्रकट होते हैं। नारद की भूमिका में बालीवुड के प्रख्यात हास्य कलाकार असरानी दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ते हैं। नारद मनोहारी पर्वतीय क्षेत्र में आनंदित होते हैं और कुछ ही देर में उनकी समाधि लग जाती है। मंच पर अगला ²श्य इंद्र और कामदेव के संवाद के रूप में प्रस्तुत होता है। इंद्र कामदेव से देवर्षि नारद की समाधि भंग करने का अनुरोध करते हैं। इससे पूर्व गणेश वंदना के साथ नौ दिवसीय वर्चुअल रामलीला की प्रस्तुति का प्रारंभ हुआ। करीब 25 मिनट तक चली गणेश वंदना संगीत, तकनीकि और कलाकारों के कौशल का पर्याय होने के साथ यह संकेत देने वाली रही कि यह रामलीला अगले कुछ दिनों में किन ऊंचाइयों का स्पर्श करेगी। भगवान राम के वनगमन मार्ग के विभिन्न पड़ावों की मिट्टी से निर्मित उनकी मूर्ति आस्था के केंद्र में थी। इस मिट्टी से निर्मित श्रीराम की नयनाभिराम मूर्ति का उद्घाटन से पूर्व विधिविधान से पूजन किया गया। रामलीला समिति के संरक्षक सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने बताया कि यह मूर्ति नौ दिनों तक पूजित होगी और प्रत्येक दिन इस मूर्ति के पूजन से प्रस्तुति का शुभारंभ होगा। 17 से 25 अक्तूबर तक होने वाली रामलीला मंचन का सीधा प्रसारण डीडी नेशनल पर प्रतिदिन सांयकाल 7 से रात्रि 10 बजे तक किया जाएगा। कोरोना संकट को देखते हुए रामलीला में दर्शकों को आने की अनुमति नहीं दी गयी है। वे डीडी नेशनल सहित अनेक सेटेलाईट चैनल एवं यूट्यूब पर रामलीला का प्रसारण देख सकेंगें।

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