अगली दीपावली पर क्रूज से ले सकेंगे दीपोत्सव का आनंद
सात करोड़ की लागत से बन कर तैयार होगा लक्जरी रामायण क्रूज. इस माह के दूसरे पखवारे में आइडब्ल्यूएआइ की टीम घाघरा-सरयू संगम स्थल से शुरू करेगी जलमार्ग का सर्वे.
अयोध्या: अगली दीपावली पर आप अयोध्या में दीपोत्सव का आनंद लक्जरी क्रूज में सवार होकर ले सकेंगे। इस दिशा में तेजी से प्रयास शुरू हो चुका है। यह सरयू नदी (घाघरा) राष्ट्रीय जलमार्ग-40 पर पहली लक्जरी क्रूज सेवा होगी। इसका उद्देश्य पवित्र सरयू नदी के प्रसिद्ध घाटों की यात्रा करते हुए श्रद्धालुओं को एक तरह की आध्यात्मिक यात्रा का अनुभव प्रदान करना है। दीपावली पर अयोध्या में होने वाले दिव्य दीपोत्सव पर मुख्यमंत्री के हाथों रामायण क्रूज को लांच करने की तैयारी है। लक्जरी क्रूज के निर्माण में तकरीबन सात करोड़ रुपये खर्च होगा। इस माह के दूसरे पखवारे में जलमार्ग का फाइनल सर्वे होगा। सर्वे में तकरीबन एक सप्ताह का समय लगेगा। सर्वे कार्य इनलैंड वाटर वेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आइडब्ल्यूएआइ) की टीम करेगी, जिसमें निजी शिप कंपनी का एक सदस्य भी शामिल होगा।
नार्डिक क्रूज प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर विकास मालवीय ने बताया कि रामायण क्रूज में वैश्विक स्तर के अनुरूप आवश्यक संरक्षा और सुरक्षा सुविधाएं होंगी। क्रूज में आराम की सभी सुविधाओं के साथ अंदरूनी भाग, बोर्डिंग प्वाइंट, रामचरितमानस की थीम पर आधारित होगी। वातानुकूलित 80 सीटों वाले लग्जरी क्रूज में घाटों की प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव कराने के लिए कांच की बड़ी खिड़कियां होंगी। श्रद्धालुओं, पर्यटकों के आराम के लिए क्रूज पेंट्री सुविधाओं से सुसज्जित होगा। क्रूज में पर्यावरण पर शून्य प्रभाव के लिए जैव शौचालय और हाइब्रिड इंजन प्रणाली का उपयोग किया जाएगा। इसी माह के दूसरे पखवारे में पटना के पास स्थित घाघरा-गंगा संगम स्थल से अयोध्या तक जलमार्ग का सर्वे शुरू होगा। रिपोर्ट मिलते ही यह तय हो जाएगा कि शिप बिल्डर्स क्रूज का निर्माण कहां करेंगे। बताया कि केंद्रीय पत्तन पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री मनसुख मंडाविया ने समीक्षा के बाद संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है। पांच दिसंबर को आइडब्ल्यूएआइ की चेयरपर्सन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगी।
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-राम जन्म से राज्याभिषेक तक फिल्म के साथ सेल्फी प्वाइंट
गुप्तारघाट से अयोध्या तक एक से डेढ़ घंटे की अवधि के श्रीराममचरितमानस टूर में पर्यटकों को गोस्वामी तुलसीदास कृत रामचरितमानस पर आधारित विशेष रूप से बनाई गई वीडियो फिल्म दिखाई जाएगी। फिल्म में भगवान राम के जन्म से लेकर उनके राज्याभिषेक तक की कथा होगी। पूरी यात्रा में लगभग 15 से 16 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। रामायण के विभिन्न प्रसंगों से प्रेरित कई गतिविधियां और सेल्फी प्वाइंट होंगे। यात्रा के बाद श्रद्धालु सरयू आरती में शामिल हो सकेंगे।