सीबीएसई स्कूल हुए गुलजार, माध्यमिक विद्यालयों में रहा सन्नाटा
कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद खुले विद्यालय तो बढ़ गई चहल पहल
अयोध्या: कोरोना की दूसरी लहर की वजह से आठ माह पहले विद्यालय बंद हुए थे, जो सोमवार को खुल गए। सुबह से शहर में चहल पहल रही। दो पाली में विद्यालय संचालित हुए। पहले दिन से ही कक्षाओं का संचालन शुरू हो गया। यूपी बोर्ड से संचालित अधिकांश विद्यालयों में छात्र संख्या कम रही। सीबीएसई के स्कूलों में पहले दिन ही रौनक लौट आई। विद्यालयों के गेट पर कोरोना से बचाव के उपाय किए गए थे। थर्मल स्कैनिग की सुविधा रही। बच्चों से सहमति पत्र लेने के बाद ही इन्हें स्कूल में प्रवेश मिल सका। ऐसे विद्यार्थी भी दिखे, जिनके चेहरे पर मास्क नहीं था। जीजीआईसी में 795 विद्यार्थियों में 13 तो जीआईसी में 23 विद्यार्थी ही आए। तकरीबन सभी यूपी बोर्ड के विद्यालयों में छात्र संख्या कम रही। माध्यमिक शिक्षा सचिव राकेश कुमार श्रीवास्तव के साथ जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार ने दस विद्यालयों का निरीक्षण किया। सभी विद्यालयों को बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने का निर्देश दिए। अधिकारीद्वय ने सैनिटाइजर की उपलब्धता परखी। -------- उत्साह से भरे रहे विद्यार्थी, चेहरे की मुस्कान बयां करती रही खुशी अयोध्या: पौने आठ बजे का समय रहा होगा, जब साथियों के साथ विद्यालय जा रही उदया पब्लिक स्कूल के कक्षा 12 की छात्रा कसिस मिलीं। पूछने पर बोलीं विद्यालय खुलने से बहुत अच्छा लग रहा है। अब पढ़ाई में ब्रेक न लगे यही कामना है। चेहरे पर मास्क लगाए स्कूल गेट में तेजी से दाखिल हो रहे छात्र हर्षित मुस्काराते हुए बोले बहुत अच्छा, बहुत अच्छा..। अंश, अविरल साथियों के साथ हंसते हुए विद्यालय के भीतर चले गए, थर्मल स्कैनिग के बाद प्रवेश मिलता रहा। शिवदयाल जायसवाल विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के छात्रा कक्षा 12 की समीक्षा मिश्रा व आस्था चौधरी कहती हैं कि विद्यालय खुलना सुकून भरा है। सहमति पत्र न लाने के कारण कई को वापस भी होना पड़ा। तो कई अभिभावकों ने विद्यालय में ही सहमति पत्र भरकर जमा किया। बड़ी तादाद में अभिभावक भी बच्चों को बाइक से छोड़ने पहुंचे थे। --------- मास्क पहनने में दिखी लापरवाही अयोध्या: कई विद्यालयों में बच्चों के चेहरे पर मास्क मिला पर इसी में से कुछ बच्चे विद्यालय के बाहर सड़क पर मास्क उतारे मिले। सवाल पर बच्चों ने फौरन मास्क चढ़ा लिया। प्रधानाचार्य अवनि कुमार शुक्ल ने बच्चों को घर से निकलते ही मास्क पहनने की सलाह दी है। अभिभावकों से मानीटिरिग करने का आह्वान किया। लापरवाही न बरतने की ताकीद भी की है।
अयोध्या: बच्चों को स्कूल लेकर आया हूं। मेरा कहना है कि शारीरिक दूरी जरूरी है। क्लास में दो बच्चों के बीच फासला तय हो। सतत सैनिटाइजेशन किया जाए। यदि कोई बच्चा संक्रमित हो तो उससे अलग किया जाए। -प्रसून सिंह, अभिभावक- बड़ा रमना। अयोध्या: डेढ़ साल से बच्चों की पढ़ाई बंद थी। बच्चे भी परेशान हैं। कोविड प्रोटोकाल का सख्ती से अनुपालन कर कक्षाएं चलाई जाएं। विशेष ध्यान देना होगा। संजय दूबे, हौसला नगर। दो शिफ्ट में स्कूल खोला जा रहा है। कक्षा नौ से 12 तक के आधे बच्चे पहली तथा आधे को दूसरी शिफ्ट में बुलाया गया है। प्रत्येक बच्चे की थर्मल स्कैनिग हो रही है। हैंड सैनिटाइजेशन के बाद क्लास में भेजा जा रहा है। सभी शिक्षक वैक्सीनेटेड हैं। पूरी सुरक्षा के साथ स्कूल खोला गया है। -जीवेंद्र सिंह प्रधानाचार्य उदया पब्लिक स्कूल। बच्चे आए हैं। खुशी हो रही है। डर भी है। इसीलिए बार-बार बच्चों को शारीरिक दूरी तथा कोविड प्रोटोकाल का पालन करने को कहा जा रहा है। पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ विद्यालय खोला गया है। - सिस्टर शांता, कनौसा कान्वेंट स्कूल। अयोध्या: पहले दिन छात्राओं की संख्या काफी कम है। कोविड प्रोटोकाल के साथ पढ़ाई की तैयारी है। धीरे धीरे कक्षाओं का संचालन ठीक होगा। -शशि मेहरोत्रा -प्रधानाचार्य जीजीआईसी