सरयू घाट पर सन्नाटा तो बंद रहा बाजार
ला अयोध्या का सरयू घाट भी श्रद्धालुओं से सूना रहा। अयोध्या में रोज की तरह सोमवार को भी सुबह हुई लेकिन यह खास रही। लोगों ने पहले मतदान किया और फिर अपने दैनिक कार्यो को वरीयता दी। इन सब के बीच महापर्व का उल्लाश भी अपने चरम पर रहा। हनुमानगढ़ी से लेकर नयाघाट पर बाजारों के सटर नहीं उठे तो अयोध्या सरयू घाट इससे कैसे अछूता रहता। सामान्य दिनों में भी सरयू नदी में स्नान कर पुण्यार्जन
अयोध्या : लोकतंत्र के महापर्व में लोगों ने कुछ इस तरह अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया कि सड़क से लेकर घाट तक सन्नाटा पसरा रहा। इक्का-दुक्का लोगों को छोड़ दिया जाए तो महापर्व का उल्लास अपने चरम पर दिखा। अयोध्या व फैजाबाद शहर की सभी प्रमुख बाजारें और दुकानें बंद रहीं। वहीं रोज श्रद्धालुओं से गुलजार रहने वाला अयोध्या का सरयू घाट भी श्रद्धालुओं से सूना रहा।
अयोध्या में रोज की तरह सोमवार को भी सुबह हुई लेकिन यह खास रही। लोगों ने पहले मतदान किया और फिर अपने दैनिक कार्यों को वरीयता दी। इन सब के बीच महापर्व का उल्लास भी अपने चरम पर रहा। हनुमानगढ़ी से लेकर नयाघाट तक बाजारों के शटर नहीं उठे, तो फिर भला सरयू घाट इससे कैसे अछूते रहते। सामान्य दिनों में भी सरयू नदी में स्नान कर पुण्यार्जन को यहां खासी भीड़ रहती है लेकिन सोमवार को ऐसा नहीं दिखा। सरयू शांत थी और घाट पर सन्नाटा। रोज यात्रियों को नौका विहार कराने वाले नाविक भी अपनी नावों को घाट के किनारे खड़ा कर लोगों का इंतजार करते देखे गए। वहीं फैजाबाद शहर के चौक, सब्जीमंडी, बजाजा, फतेहगंज, रिकाबगंज, सिविल लाइंस आदि भीड़-भाड़ और चहल-पहल वाले क्षेत्रों में भी कोई हलचल नहीं दिखी। बाजारें और दुकानें बंद रही और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। कुछ दिख रहा था तो वह मतदाताओं की आवाजाही।
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