पंचमुखी हनुमान मंदिर के महंत को संत समाज ने भेजा नोटिस
नोटिस भेजने वालों में रामनगरी के प्रतिनिधि संत शामिल. उनके साधुता पर उठाया सवाल.
अयोध्या : संत समाज ने गुप्तारघाट स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के महंत चतुर्भुजदास चंदा बाबा के रहन-सहन को सवालों के घेरे में बताते हुए उन्हें नोटिस भेजा है और नोटिस मिलने के 15 दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। नोटिस में बिदुवार 10 आरोप लगाये गये हैं, जिसमें उन पर वैरागी परंपरा के विपरीत पैतृक घर में गृहस्थों की भांति रहने, नित्य नया विवाद खड़ा करने वाला, बिना वजह आस-पास के लोगों से वैमनस्य बढ़ाना, पंचमुखी हनुमान मंदिर के साथ संपूर्ण गुप्तारघाट पर कब्जा करने की नीयत, गुप्तारघाट पर ही स्थित अनादि पंचमुखी महादेव मंदिर पर अनाधिकार चेष्टा और संत समाज की ओर से स्वीकृत पंचमुखी महादेव मंदिर के महंत ममैथिलीरमणशरण तथा संचालक मिथिलेशनंदिनीशरण पर अनर्गल लांछन आदि का आरोप प्रमुखता से लगाया गया है। नोटिस पर हस्ताक्षर करने वालों में रामनगरी के तकरीबन सभी शीर्ष महंत शामिल हैं। इनमें श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष एवं मणिरामदास जी की छावनी के महंत नृत्यगोपालदास, उनके उत्तराधिकारी महंत कमलनयनदास, निर्वाणी अनी अखाड़ा के श्रीमहंत धर्मदास, रामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमारदास, नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास, संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैयादास, रामकुंज के महंत रामानंददास, रामकचेहरी मंदिर के महंत शशिकांतदास आदि हैं।
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संतों को गुमराह किया गया
- महंत चतुर्भुजदास ने नोटिस को साजिशपूर्ण बताया है और कहा है कि इसके पीछे महंत नृत्यगोपालदास सहित अयोध्या के संतों को गुमराह किया गया है। सच्चाई यह है कि पंचमुखी हनुमान मंदिर को क्षति पहुंचाने का इरादा रखने वाले कुछ लोगों से हमारा विवाद अदालत में चल रहा है और वही लोग ऐसी साजिश रच रहे हैं। हालांकि ऐसी नोटिस का कोई अर्थ नहीं है।