सावधान! काल बन रही तेज गति और नियमों की अनदेखी
सड़क हादसों के आंकड़े काफी भयावह हैं। ओवरलोडिग चालकों की लापरवाही के कारण रोज दुर्घटनाहो रही है।
रविप्रकाश श्रीवास्तव, अयोध्या
सड़क हादसों के आंकड़े काफी भयावह हैं। ओवरलोडिग, चालकों की लापरवाही और मार्गों की खराब दशा दुर्घटना के कारण हैं। गत वर्ष कोरोना लाकडाउन के चलते सड़क दुर्घटनाओं में कमी देखी गई थी, लेकिन इस वर्ष हादसों की संख्या फिर बढ़ गई है। जिले में सड़क हादसों के आंकड़े चिताजनक हैं। कार्रवाई के आंकड़े यातायात नियमों को लेकर लोगों की मनमानी को बयां करने वाले हैं। सीट बेल्ट और हेलमेट को बोझ समझा जाने लगा, तेज गति से वाहन चलाने का शौक आदि नासमझी से कई जिदगियां असमय काल का ग्रास बन जाती हैं या फिर शारीरिक क्षति का सामना करना पड़ता है। सड़क हादसों में हर साल होने वाली मौतों से भी लोगों की आंख नहीं खुल रही है। कार्रवाई के आंकड़ों पर गौर करें तो मालूम पड़ता है कि जागरूकता के तमाम प्रयास विफल साबित हो रहे हैं। सड़क सुरक्षा इतना खिलवाड़ उचित नहीं है। अपने लिए न सही अपनों के लिए ही यातायात नियमों का पालन करें ताकि सड़क पर चलने वाले हर व्यक्ति का जीवन सुरक्षित हो सके।
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आंकड़ों में भयावहता
वर्ष 2019
सड़क दुर्घटना-590
मौत-302
घायल-40
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वर्ष 2020
सड़क दुर्घटना-441
मौत-229
घायल-267
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वर्ष 2021
सड़क दुर्घटना-284
मौत-235
घायल-233
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चालान भर देंगे पर सुधरेंगे नहीं
जनवरी-1651
फरवरी-1817
मार्च-2024
अप्रैल-2449
मई-3965
जून-3503
जुलाई-4651
अगस्त-2186
सितंबर-2736
अक्टूबर-1755
नवंबर-2290
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बिना हेलमेट और वाहन चलाते समय फोन पर बात पर अधिक कार्रवाई
-यातायात पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई के आंकड़े बताते हैं कि बिना हेलमेट एवं वाहन चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करने के मामले अधिक सामने आए हैं। ये दोनों ही गलतियां अधिक घातक साबित होती हैं। इस वर्ष जनवरी से अब की कार्रवाई पर गौर करें तो दस हजार से अधिक चालान हेलमेट के बिना बाइक चलाने पर किये गये, जबकि 300 से अधिक चालान वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग करने के मामले में किए गए हैं।
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यातायात के नियम लोगों की सुरक्षा के लिए हैं। अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं यातायात नियमों की अनदेखी से ही होती हैं। यातायात नियमों के प्रति लोगों का जागरूक होना आवश्यक है। सभी की जिम्मेदारी है कि वह स्वयं जागरूक हों तथा औरों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करें। डा. राजेश तिवारी, क्षेत्राधिकारी यातायात