रिश्तेदार ने ही रची थी डकैती की साजिश, नौ लोग गिरफ्तार
आरोपितों में मुरादाबाद एवं बस्ती जिले के लोग शामिल31 लाख 30 हजार रुपये की हुई थी लूटपाट
अयोध्या : तकपुरा गांव में शिवशंकर के आवास में हुई डकैती की वारदात का अनावरण चौंकाने वाला है। वारदात को मुरादाबाद के बदमाशों ने अंजाम दिया, जिसकी साजिश शिवशंकर के रिश्तेदार सालिकराम ने रची थी। रविवार को एसएसपी शैलेश पांडेय ने पुलिस लाइन में पत्रकारों से वार्ता में यह जानकारी दी। गिरफ्तार आरोपितों में मुरादाबाद जिले के ठाकुर द्वारा अब्दुल्लापुर लेदा निवासी मोहम्मद गनी, नबी हसन, शेर अली, मोहम्मद शफी व उसका पुत्र राहत अली, कलीमपुर निवासी मुनाजीर हुसैन, मुस्तापुर खंडसाल निवासी अकबर तथा बस्ती जिले के पैकोलिया कनकपुर निवासी सालिकराम शामिल हैं। कोतवाल अयोध्या देवेंद्र पांडेय एवं एसओजी की संयुक्त टीम ने बूथ नंबर चार से आरोपितों को गिरफ्तार किया। एसएसपी ने बताया कि घटना गत 18 दिसंबर देररात की है। शिवशंकर के घर में घुसे बदमाशों ने स्वजन को बंधक बनाकर लूटपाट की थी। शिवशंकर ने प्राथमिकी में गहने एवं पांच लाख रुपये नकद लूटने का आरोप लगाया गया था, जबकि गिरफ्तार आरोपितों ने 31 लाख 60 हजार रुपये लूटना स्वीकार किया है। सालिकराम को पता था कि शिवशंकर ने कुछ दिनों पहले ही संयुक्त खाते की भूमि बेची है, जिसके कारण घर में बहुत धन रखा हुआ है। शिवशंकर के परिवार से जुड़ी एक युवती को अपने साथ मिलाकर सालिकराम ने डकैती षड़यंत्र रचा। सालिकाराम ने ही उक्त युवती की शादी तय कराई थी। शादी के लिए धन की आवश्यकता थी। सालिकाराम और आरोपितों के संबंध को लेकर एसएसपी ने बताया कि सालिकराम सऊदी अरब में टाइल्स लगाने का कार्य करता था। यहीं उसकी मुलाकात गनी और राहत से हुई थी। घटना के पांच दिन पूर्व गनी, नबी हसन, अकबर व मुसीत मुरादाबाद से अयोध्या पहुंच गए थे। सालिकराम उन लोगों के साथ शिवशंकर के आवास पहुंच रेकी की। राहत और शफी मुरादाबाद में रुक गए, जबकि सालिकराम लखनऊ के एक अस्पताल में तीमारदारी के लिए रुका था। शेष अभियुक्तों ने युवती की मदद से वारदात को अंजाम दिया। मुसीत अभी फरार है। मुसीत और अकबर पर डकैती व लूट के मुकदमे मुरादाबाद में दर्ज हैं। अभियुक्त मुरादाबाद से एक लग्जरी कार किराए पर लेकर आए थे। अभियुक्तों के पास से तीन लाख 60 हजार रुपये नकद, लग्जरी कार एवं पांच तमंचा बरामद हुआ है। शेष रकम का बंटवारा कहां-कहां किया गया है उसका भी पता लगाया जा रहा है।