पात्रता की शर्तें बदलीं तो सरेंडर होने लगे राशन कार्ड
सरकारी सख्ती के बाद 413 अपात्रों ने स्वयं कार्यालय पहुंच कर वापस किया राशन कार्ड
प्रवीण तिवारी, अयोध्या
जिला पूर्ति कार्यालय का नजारा इन दिनों बदला-बदला नजर आ रहा है। कभी कार्यालय में राशन कार्ड बनवाने के लिए भीड़ लगाने वाले लोग अब पात्रता की शर्त बदलने के बाद राशन कार्ड वापस करने पहुंच रहे है। पात्र न होने के बावजूद सरकारी गल्ले की दुकान से नियमित राशन लेने वालों पर शिकंजा कसता देख, कई ऐसे कार्डधारक स्वयं ही राशन कार्ड को सरेंडर कर रहे हैं। शुक्रवार को कई महिला व पुरुष राशन कार्डधारक यहां पहुंचे और राशन कार्ड को सरेंडर किया। विभागीय अधिकारियों को राशन कार्ड सौंप कर इसे वापस लेने की गोहार लगाई। अब तक जिले में कुल 413 लोगों ने अपना राशन कार्ड सरेंडर किया है।
जिले में तीन लाख 69 हजार 579 पात्र गृहस्थी व 62 हजार 989 अंत्योदय योजना के राशनकार्ड धारक हैं। जिला पूर्ति अधिकारी का प्रभार देख रहे क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी सुमित यादव ने बताया कि कार्ड सरेंडर करने वालों की संख्या नित्य बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि सरकार ने साफ किया है कि जो इन योजनाओं के पात्र नहीं हैं, यदि वह कार्ड सरेंडर नहीं करते तो उनसे राशन के शासकीय मूल्य की दोगुना कीमत वसूली जाएगी। बताया कि जिनके पास नौकरी हैं, पेंशन पा रहे हैं, पक्का मकान और दो लाख रुपये से अधिक वार्षिक आय तथा शस्त्र लाइसेंस है, वे राशन कार्ड के लिए अपात्र हैं। ऐसे लोग शीघ्र राशनकार्ड को निरस्त करवा लें। इसमें और भी कई मानक हैं। सुमित ने बताया कि जिनके घरों में एसी लगा है, वह भी राशन लेने के हकदार नहीं है।
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जांच के लिए गठित होने लगी टीम
प्रभारी जिला पूर्ति अधिकारी सुमित यादव ने बताया कि कार्डों की जांच के लिए टीमों का गठन किया जा रहा है। इस बीच अपात्र स्वयं कार्ड सरेंडर कर सकते हैं। यदि जांच में पकड़े गए तो कार्रवाई की जाएगी।