राम मंदिर के ऊपर नो फ्लाइंग जोन घोषित करने की तैयारी
सुरक्षा को लेकर बैठक में हुआ मंथन पुलिस ने रखा प्रस्ताव . त्रिस्तरीय सुरक्षा बरकरार रखते हुए बढ़ाए जाएंगे निगरानी के साधन.
अयोध्या : राममंदिर की सुरक्षा को लेकर बड़े परिवर्तन का प्रस्ताव है। मंदिर की सुरक्षा का ले-आउट फाइनल हो चुका है। राममंदिर के ऊपर से हवाई यात्रा को निषेध करने की तैयारी है। राममंदिर की सुरक्षा को अभेद्य बनाने में लगी सुरक्षा एजेंसियों ने नो-फ्लाइंग जोन का प्रस्ताव तैयार किया है। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की मौजूदगी में गुरुवार को हुई बैठक में नो-फ्लाइंग जोन पर विस्तार से चर्चा की गई। इस योजना को अंतिम स्वीकृति गृह मंत्रालय से मिलनी है। हालांकि वर्ष 2005 में रामजन्मभूमि पर हुए आतंकी हमले के बाद से परिसर के ऊपर हेलीकाप्टरों का मंडराना न के बराबर हो गया है, जब भी परिसर पर कोई हेलीकाप्टर मंडराता है तो पुलिस से लेकर खुफिया एजेंसियों तक के कान खड़े हो जाते हैं। नींव खोदाई के साथ राममंदिर का निर्माण की शुरुआत हो गयी है, ऐसे में सुरक्षा के ²ष्टिगत इस प्रस्ताव को केंद्र से स्वीकृति मिलना तय माना जा रहा है।
राममंदिर की सुरक्षा के लिए पहले से ही त्रिस्तरीय प्रबंध हैं। पुलिस, पीएसी व सीआरपीएफ रामजन्मभूमि परिसर की सुरक्षा में लगे हैं। रेडजोन में स्थित गृर्भगृह की सुरक्षा सीआरपीएफ के हवाले है। प्रस्ताव में आया है कि त्रिस्तरीय सुरक्षा में बदलाव किए बिना सुरक्षा योजना को विस्तार दिया जाएगा। परिसर में नए मोर्चों के साथ स्थाई रूफटॉप ड्यूटियां भी लगाने का प्रस्ताव है। मंदिर निर्माण के दौरान सुरक्षा व निगरानी के अतिरिक्त इंतजाम होंगे। निर्माण कार्य गति पकड़ने के साथ श्रमिकों की संख्या भी बढ़ेगी ऐसे में उनका सत्यापन भी आवश्यक होगा। सुरक्षा से जुड़े कई बिदुओं को अतिगोपनीय रखा गया है। मंदिर से सटे बाहरी क्षेत्र के लिए भी सुरक्षा व निगरानी को भी उच्चीकृत किया जाएगा।