नगर निगम की अनुकंपा से वंचित रह गए शहर के कई पार्क
बोर्ड बैठक में अधिकारियों के सामने मुद्दा उठने के बाद जीर्णोद्धार की योजना पर चल रहा विचार
अयोध्या: नगर निगम क्षेत्र के पार्कों की बदहाली एक बार फिर चर्चा के केंद्र में है। चंद पार्कों का रंग-रोगन कराने वाले नगर निगम ने बड़ी संख्या में पार्कों को उनके हाल पर छोड़ दिया। सुंदरीकरण कराने का सब्जबाग दिखाया गया तो पार्षदों ने इस उम्मीद से प्रस्ताव भेजना आरंभ किया कि अब शायद पार्कों की सेहत दुरुस्त हो जाए, लेकिन बड़ी संख्या में प्रस्तावों को नजरंदाज कर दिया गया। क्षेत्र के कई पार्क नगर निगम की अनुकंपा से वंचित रह गए हैं। यही वजह रही कि बोर्ड बैठक में पार्षदों ने इस मुद्दे पर अधिकारियों को घेरने की कोशिश की। गत दिनों हुई नगर निगम की बोर्ड बैठक में भी पार्कों का कायाकल्प कराने का मुद्दा छाया रहा। नगर निगम भी कायाकल्प की जरूरत वाले पार्कों को लेकर गंभीरता जताई है। बहादुरगंज वार्ड की रोहिणी कॉलोनी में स्थित चार पार्कों और अवधपुरी कॉलोनी फेज-थ्री के 12 पार्क सहित विभिन्न वार्डों एवं कॉलोनियों में स्थित पार्कों के कायाकल्प की जरूरत है। बाल गंगाधर तिलक वार्ड के पार्षद नौशाद कहते हैं कि पार्कों की बदहाली का मुद्दा अब गहराता जा रहा है। नौशाद के वार्ड में ही अवधपुरी कॉलोनी फेज-थ्री का हिस्सा आता है। नौशाद ने चार पार्कों के जीर्णोद्धार के लिए प्रस्ताव पूर्व में भेजा था। नगर निगम ने पार्कों की नाप-जोख भी कराई, लेकिन पार्कों का जीर्णोद्धार नहीं हुआ। कार्य न कराने के पीछे कोई सटीक कारण भी पार्षद को नहीं बताया गया। कॉलोनी के पार्कों पर बदहाली और अतिक्रमण का साया है। नौशाद कहते हैं कि इस बार नगर निगम के अधिकारियों ने उनके प्रस्ताव पर बोर्ड बैठक में सहमति जाहिर की है। उम्मीद है कि पार्कों के जीर्णोद्धार का प्रयास पूरा होगा। बहादुरगंज वार्ड के पार्षद रासमभवन व बड़ी देवकाली वार्ड की पार्षद डॉ. नीलम सिंह ने भी प्रस्ताव भेजकर अपने वार्ड के पार्कों का जीर्णोद्धार कराने की मांग उठाई है।