प्रवासी श्रमिकों के समूह को प्राथमिकता देगा नगर निगम
यूपी सरकार की मंशा गैर प्रांतों से लौटे प्रवासी श्रमिकों को अधिक से अधिक रोजगार मुहैया कराना है। नगर निगम अयोध्या सरकार की इस मंशा को सार्थक बनाने की दिशा में मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है.
अयोध्या : यूपी सरकार की मंशा गैर प्रांतों से लौटे प्रवासी श्रमिकों को अधिक से अधिक रोजगार मुहैया कराना है। नगर निगम अयोध्या सरकार की इस मंशा को सार्थक बनाने की दिशा में मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। अनलॉक शुरू होते ही नगर निगम ने प्रवासी श्रमिकों को अपनी विभिन्न विकास योजनाओं का हिस्सा बनाया है। इससे निर्माण कार्यों को काफी गति भी मिली है। एक-दो करके नगर निगम अभी तक अपने निर्माण कार्यों से 200 से 250 प्रवासी श्रमिकों को जोड़ चुका है। रोजगार देने की इस मुहिम को और वृहद स्तर तक पहुंचाने के लिए नगर निगम अब प्रवासियों का समूह तलाश रहा है। ऐसा करने के पीछे नगर निगम की मंशा एक साथ अधिक से अधिक संख्या में प्रवासियों को रोजगार मुहैया कराना है।
नगर निगम इन दिनों 48 करोड़ रुपये के विकास कार्य को गति दे रहा है। लॉकडाउन के दौरान दो माह तक विकास कार्य ठप रहे। कोरोना के कारण बड़ी संख्या में श्रमिक कार्य पर नहीं आए। अनलॉक में जब निर्माण कार्यों को शुरु करने की अनुमति मिली तो श्रमिकों का अभाव सामने आया। ऐसे में गैर प्रांतों से लौटे प्रवासी श्रमिकों को नगर निगम ने जोड़ना शुरू किया। अनलॉक के बाद बचे हुए 25 करोड़ रुपये के विकास कार्यों में प्रवासी श्रमिकों की अहम भूमिका है। फिलहाल अभी बरसात की वजह से निर्माण कार्य प्रभावित है। अधिशासी अभियंता पीके सिंह कहते हैं कि प्रवासियों का समूह मिल जाए तो एक बार में बड़ी संख्या में रोजगार देकर जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाया जा सकता है। प्रवासी श्रमिकों का समूह यदि संपर्क करता है तो रोजगार में उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।