थकान से भरे चेहरों पर दिखी घर वापसी की तसल्ली
थकान से भरे चेहरों पर दिखी घर वापसी की तसल्ली
अयोध्या : दोपहर के तीन बज रहे हैं। फैजाबाद जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर मुंबई से श्रमिकों को लेकर आई स्पेशल ट्रेन ठहरती है। शारीरिक दूरी के साथ कतार में श्रमिक उतर रहे हैं। पसीने से तर मुहम्मद समद थर्मल स्क्रीनिग कराने के लिए लाइन में लगे हुए हैं। चेहरे पर थकान के साथ घर पहुंचने की तसल्ली भी है। चच्चा कहां से आए हैं? सवाल के जवाब में कहते हैं मुंबई से आ रहा हूं..। यात्रा कैसी रही? चच्चा का जवाब आता है..ठीक ही रही।
बस्ती के हरैया निवासी करीम अब थर्मल गन के सामने हैं। मुंबई में समद चच्चा के साथ झाड़ू का कारोबार करने वाले करीम मुंबई में बिताए अनुभव को साझा करते हुए निराश हो जाते हैं। कहते हैं कि खाने तक की परेशानी थी। तभी पता चला कि यूपी सरकार अपने प्रदेश के लोगों के लिए ट्रेन चलवा रही है। यह सूचना मुंह मांगी मुराद की तरह थी। सब कुछ ठीक रहा तो वापस मुंबई जाना होगा। हरैया के ही निवासी शब उल्लाह कहते हैं कि सोचा नहीं था कि ईद पर घर आने का मौका मिलेगा। स्टेशन पर थकान उतार रहे सोहावल तहसील के पारा कैल निवासी सोहराब सरकार के कदम का स्वागत करते हैं, लेकिन यात्रा की दुश्वारियों से निराश हैं।
21 मई को ट्रेन में सवार हुए सोहराब तीन दिनों की यात्रा के बाद यहां पहुंचे हैं। सोहराब कहते हैं कि इतनी गर्मी में ट्रेन के भीतर पानी तक का इंतजाम नहीं था। दो बार नाश्ता मिला, लेकिन पानी नहीं। सोहराब के साथ ही उनके पिता अब्बास और भाई अख्तर भी मुंबई से लौटे हैं। ये सभी सांताक्रूज में रहते हैं। सोहराब का कहना है कि दोबारा मुंबई वापसी हालात पर निर्भर करेगी। स्टेशन के बाहर खड़ी बसों के हार्न की आवाज तेज होने लगती है। ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी श्रमिकों को शारीरिक दूरी के साथ बसों की ओर जाने के लिए संकेत देते हैं।