जागरण की खबर पर लगी मुहर, ट्रस्ट के अध्यक्ष पद के लिए महंत नृत्य गोपाल दास थे प्रबल दावेदार
ट्रस्ट के अध्यक्ष पद के लिए महंत नृत्य गोपाल दास पहले से ही प्रबल दावेदार थे। ट्रस्ट के गठन से पहले ही महंत की बढ़ी सुरक्षा ने संभावनाओं को और तेज कर दिया था।
अयोध्या, जेएनएन। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा गठित 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट' की बुधवार को पहली बैठक हुई। जिसमें रामजन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास (Nritya Gopal Das) को ट्रस्ट का अध्यक्ष-प्रबंधक का दायित्व सौंपा गया है। इससे जागरण की खबर पर मुहर लगती दिखाई दे रही है। दरअसल, ट्रस्ट के अध्यक्ष पद के लिए महंत नृत्य गोपाल दास पहले से ही प्रबल दावेदार थे। जागरण ने बात पहले ही छह फरवरी को जता दी थी।
प्रबल दावेदार रहे नृत्य गोपाल दास
ट्रस्ट के अध्यक्ष पद के लिए नृत्य गोपाल दास पहले से ही प्रबल दावेदार रहे। राम मंदिर न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का नाम राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पद के लिए सबसे आगे चल रहा। अयोध्या के साधु-संतों और विहिप को उम्मीद थी कि ट्रस्ट का अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास बनाए जा सकते हैं। राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए घोषित ट्रस्ट का अध्यक्ष मणिराम दास जी की छावनी के महंत व श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास को बनाये जाने का संभावना जताई थी। यह संभावनाएं प्रबल इसलिए भी मानी गई क्योंकि ट्रस्ट के गठन से पहले ही महंत नृत्यगोपालदास की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
लोकसभा में पीएम मोदी ने किया था ट्रस्ट का जिक्र
बता दें, पांच फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में ट्रस्ट का जिक्र किया था। उन्होंने बताया था कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बना दिया गया है। इस ट्रस्ट का नाम श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र होगा। यह स्वतंत्र होगा और भगवान राम के जन्मस्थान पर एक विशाल मंदिर के लिए सभी निर्णय लेने में सक्षम होगा।
ट्रस्ट के बनने से पहले ही बढ़ा दी गई थी सुरक्षा
राम मंदिर निर्माण को लेकर ट्रस्ट गठन से पहले श्रीरामजन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। सरकार की ओर उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई। जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलने के बाद अब महंत नृत्यगोपालदास के इर्द-गिर्द सुरक्षा घेरा और सख्त है। किसी स्थान पर उनके पहुंचने से पहले सुरक्षा दस्ते में तैनात पुलिस अधिकारी वहां पहुंच कर जायजा लेंगे तथा स्थानीय जिम्मेदार अधिकारियों से समन्वय बना कर उनकी सुरक्षा को पुख्ता करेंगे।