धरोहर नहीं सहेजेंगे तो अगली पीढ़ी को क्या बताएंगे : गुप्त
इंटैक के चेयरमैन रिटायर्ड मेजर जनरल एलके गुप्त से बातचीत -प्रशासनिक अनुमति मिली तो लाल डिग्गी तालाब को बनाएंगे स्वछ और सुंदर. अयोध्या की प्रत्येक धरोहर को किया जाएगा सूचीबद्ध.
अयोध्या : हमें खुद से धरोहर को बचाने के लिए आगे आना होगा। धरोहर हमारी है और सभी को इसके संरक्षण के लिए जागरूक होना होगा। अगर हम इन धरोहरों को नहीं सहेजेंगे तो कल अपनी आने वाली पीढ़ी को क्या बताएंगे।
यह बातें दैनिक जागरण से बातचीत में दि इंडियन नेशनल ट्रस्ट फार आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (इंटैक) के चेयरमैन रिटायर्ड मेजर जनरल एसके गुप्त ने कहीं। वह अयोध्या चैप्टर की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह में बतौर अतिथि शामिल होने आए थे। उन्होंने बताया कि इंटैक का उद्देश्य धरोहरों को संरक्षित करना है और लोगों को उसके प्रति जिम्मेदार बनाना है। यह कार्य निस्वार्थभाव से ही संभव है। गुप्त ने कहा कि अयोध्या अपने में प्राचीनता और ऐतिहासिकता को समेटे हुए है। अयोध्या चैप्टर की संयोजक एवं प्रतिष्ठित शिक्षाविद् मंजुला झुनझुनवाला की अगुवाई में इंटैक नगरी की धरोहरों को सहेजने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। उन्होंने बताया कि विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए हम युवा पीढ़ी को इससे जोड़ेंगे। अयोध्या की हर उस धरोहर को सूचीबद्ध किया जाएगा, जिससे अयोध्या की पहचान होती है। इसे सभी तक पहुंचाने का प्रयास होगा। अयोध्या कुंड और तमाम विलुप्त हो चुकी छोटी नदियों का शहर है। तमाम पौराणिक कुंडों का अस्तित्व समाप्त हो चुका है। उन जलाशयों का जीर्णोद्धार किए जाने की योजना है। शहर स्थित लाल डिग्गी तालाब इन्हीं में से एक है। अयोध्या चैप्टर की ओर से प्रशासनिक सहयोग के लिए कदम आगे बढ़ाया गया है। अगर प्रशासन का सहयोग मिलता है तो लाल डिग्गी तालाब को इंटैक अपने खर्च पर स्वच्छ और सुंदर बनाएगा। उन्होंने बताया कि हम एक माह में लाल डिग्गी तालाब के जल को प्रदूषण मुक्त कर सकते हैं। यह उसी तरह का प्रयास होगा, जैसा वाराणसी में 80 नालों को एक वर्ष तक स्वच्छ रखने के लिए किया गया था। हालांकि वहां हमें प्रशासनिक अनुमति लेने में 16 माह का समय लग गया। लाल डिग्गी की सफाई के लिए एक प्लांट की स्थापना करनी होगी। इंटैक के पास अपनी अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं हैं। हमें किसी सरकारी आर्थिक सहयोग की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इसी तरह अयोध्या में लोगों को धरोहरों के महत्व से परिचित कराने और संरक्षण के लिए जागरूक करने लिए धरोहर यात्रा आयोजित की जाएगी। गुलाबबाड़ी गार्डेन में पौधारोपण और उसके रखरखाव, महिला सशक्तिकरण के तहत स्थानीय कलाकृतियों और हस्तकला को बढ़ावा देने के साथ ही स्वरोजगार को विकसित किया जाएगा।