कोरोना के मोर्चे पर आयुष व होम्योपैथिक चिकित्सक
आयुष व होम्योपैथिक चिकित्सकों की छात्रावास में बने क्वारंटाइन केंद्रों में लगाई गई ड्यूटी.
अयोध्या: कोरोना से निपटने में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों को कारगर माना जा रहा है, इसी लिहाज से अब कोरोना से लड़ाई के मोर्चे पर आयुष व होम्योपैथी चिकित्सक भी डट गए हैं। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के लवकुश व सरयू छात्रावास में बने क्वारंटाइन केंद्र में संदिग्धों की देखभाल की जिम्मेदारी आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक चिकित्सकों को सौंपी गई है। दोनों केंद्रों पर आठ चिकित्सकों की टीम तैनात की गई है। केंद्र की निगरानी का जिम्मा एसीएमओ डॉ. अजय मोहन को सौंपा गया है।
लवकुश व सरयू छात्रावास में क्वारंटाइन सेंटर 29 मई को शुरू किया गया। क्वारंटाइन होने वालों के इलाज की जिम्मेदारी सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक चिकित्सकों के कंधे पर डाली है। राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय बाकरगंज के डॉ. पंकज सिंह, गोसाईंगंज के डॉ. रमाकांत, देवइत रुदौली के डॉ. ओमप्रकाश सिंह, कुचेरा के डॉ. रामशब्द यादव, लक्ष्मणघाट के डॉ. घनश्याम चौधरी, चौरेबाजार के डॉ. अभिषेक वर्मा, सीएचसी मसौधा के आयुष चिकित्सक डॉ. आदित्य प्रताप सिंह व तारुन के डॉ. हरीश कुमार को तैनात कर दिया है।
चेयरमैन ने हॉस्पिटल का किया निरीक्षण
अयोध्या: चिकित्सालयों में व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए बनी कमेटी के चेयरमैन डॉ. अजय मोहन ने निजी चिकित्सालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में नाथ इएनटी सेंटर, निदान चिकित्सा केंद्र व साकेत हॉस्पिटल में कोरोना से बचाव की व्यवस्थाएं पूर्ण मिलीं। निदान केंद्र पर मरीजों को भी सैनिटाइज करने की विशेष व्यवस्था की गई है। इन चिकित्सालयों के चिकित्सकों की ट्रेनिग भी पूरी हो चुकी है। डॉ. अजय मोहन ने बताया कि जिले भर में 148 चिकित्सकों की कोरोना की ट्रेनिग दी जा चुकी है।