तीन लाख 60 हजार जलते दीयों के विश्व कीर्तिमान को तैयार रामनगरी
दीपोत्सव का तीसरा संस्करण नया कीर्तिमान बनाने की तैयारी में है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में तीन लाख
अयोध्या : दीपोत्सव का तीसरा संस्करण नया विश्व कीर्तिमान बनाने की तैयारी में है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में तीन लाख 70 हजार जलते दीयों का रिकार्ड बनाने के लिए आवेदन हो चुका है। इसके लिए पूरी रामकी पैड़ी में चार लाख दीये जलाए जाएंगे। अविवि प्रशासन दीय को जलाने का ताना-बाना बुन रहा है। 12 घाटों की मार्किंग का कार्य पूरा हो चुका है। ले-आउट तैयार है। 24 व 25 अक्टूबर को मेगा रिहर्सल होगा।
पूरे दीयों को जलाने की प्रक्रिया 28 मिनट में पूरी करनी है। रिकार्ड के लिए सभी दीयों को पांच मिनट एकसाथ सतत जलते रहना होगा। तभी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड बन सकेगा। यूं तो रामकी पैड़ी सहित रामनगरी में चिह्नित किए गए 12 स्थानों पर साढ़े पांच लाख दिये जलाए जाने का सरकारी लक्ष्य है। अकेले पैड़ी के लिए 14 सौ टिन सरसो का तेल व छह हजार दीयों की खरीदारी की जा रही है। साथ ही मोमबत्ती, रुई की बाती का इंतजाम भी तकरीबन पूरा हो गया है। इस पूरी मुहिम में छह हजार स्वयंसेवक लगाए गए हैं। इन्हें घाट भी आवंटित कर दिए गए हैं।
अविवि के जनसंपर्क अधिकारी आशीष मिश्र ने बताया कि इस बार तीन लाख 70 जलते दीयों के रिकार्ड का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए हम लोग चार लाख दीयों को जला सकते हैं। अमूमन दस फीसद दीये प्रक्रिया में डैमेज हो जाते हैं। बावजूद इसके, हम गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड बनाने में कामयाब हो जाएंगे। इस संस्था के सदस्यों ने पैड़ी का जायजा लिया है। -----इनसेट----- दूसरे दीपोत्सव संस्करण में रिकार्ड सफलता
प्रथम दीपोत्सव में वर्ल्ड रिकार्ड बनाने में सफलता नहीं मिल सकी थी पर सात घाटों पर ढाई हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने एक लाख 87 हजार 213 दीये ही जलाए जा सके थे। इसके बाद जब दूसरा संस्करण आयोजित हुआ था तो अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.मनोज दीक्षित की अगुवाई में पांच स्वयंसेवकों ने वह कर दिखाया जिसकी आस लगाई जा रही थी। तीन लाख एक हजार 152 दीये के जलने का विश्व कीर्तिमान बना और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड दर्ज हो गया। इस बार यह रिकार्ड तीन लाख 60 हजार का हो सकता है।