अयोध्या का दीपोत्सव गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज, योगी को सौंपा प्रमाण पत्र
अयोध्या का दीपोत्सव आज गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। इसके लिए तीन लाख एक हजार 152दीप जलाए गए।
अयोध्या (जेएनएन)। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी की शाम दिन ढलने के साथ अंधकार की चादर पूरी गहनता से पसार रही थी पर पुण्यसलिला सरयू का तट तीन लाख से ज्यादा दीपों की रोशनी से जगमगा रहा था। सायं 6:30 बजे मुख्यमंत्री ने रामकी पैड़ी परिसर में तीन लाख से भी अधिक दीपों के केंद्र में सज्जित 16 फीट ऊंचा हाइड्रोलिक लैंप जलाकर दूसरे दीपोत्सव का मर्म उद्घाटित किया। इसके बाद 40 मिनट के दौरान देखते-देखते रामकी पैड़ी के घाट तीन लाख एक हजार 152 दीपों से रोशन हो उठे।
यह मौका, महज सांस्कृतिक वैभव, पारंपरिक अनुराग और उत्सव के आगोश में डूबने का ही नहीं था बल्कि विश्व कीर्तिमान के साथ अयोध्या को गौरव-गरिमा से सज्जित करने वाला भी बना। मौके पर मौजूद गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकाड्र्स की संयोजन समिति के प्रतिनिधियों ने लगे हाथ मुख्यमंत्री को एक साथ सर्वाधिक दीप जलने का विश्व कीर्तिमान बनाने से संबंधित प्रमाणपत्र भी सौंपा। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति की पत्नी किम जुंग सुक सहित बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन एवं विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह तथा अपने मंत्रिमंडल के कई अहम सदस्यों के साथ पुण्यसलिला की आरती की।
सरयू के इस पार का दृश्य ही दीपोत्सव को गगनचुंबी उल्लास दे रहा था, तो सरयू के उस पार दीपोत्सव सजने के साथ शुरू हुई गगनचुंबी आतिशबाजी इस आयोजन का आकर्षण बढ़ा रही थी। मुख्यमंत्री एवं स्थानीय स्तर पर इस कार्यक्रम के प्रमुख शिल्पी अविवि के कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित के संयोजन में गत वर्ष ही दीपोत्सव के अवसर पर विश्व रिकार्ड बनाए जाने की तैयारी थी और उस बार भी विश्व रिकार्ड बनने के लिए पर्याप्त एक लाख 87 हजार दीपों के साथ रामनगरी लाखों दीपों से जगमग थी पर इस प्रयास की समुचित रिकार्डिग सुनिश्चित न हो पाने से गत वर्ष रामनगरी विश्व रिकार्ड बनाने के गौरव से वंचित रह गई थी।