स्वयं किया अंगदान फिर जागरूक करने निकले सीआरपीएफ जवान
स्वंय किया अंगदान फिर जागरूक करने निकले सीआरपीएफ जवान
अयोध्या : देश सेवा में अपना गौरवशाली इतिहास रखने वाली सीआरपीएफ ने मानवता की सेवा में भी अमिट छाप छोड़ी है। सीआरपीएफ 63वीं बटालियन के कमांडेंट छोटेलाल सहित सात सौ जवानों ने अंगदान के लिए दिल्ली स्थित एम्स में अपना पंजीकरण कराया है। अंगदान कर मानवता की सेवा में आम लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए भी सीआरपीएफ ने मुहिम छेड़ी है।
स्वयं अंगदान करने के बाद जवानों ने बुधवार को साइकिल रैली निकाल कर लोगों को जागरूक किया। रैली का नेतृत्व कमांडेंट ने किया। नवीन मंडी स्थित बटालियन मुख्यालय पर रैली से पूर्व एकत्र हुए जवानों को कमांडेंट ने संबोधित किया। उन्होंने कहाकि प्रत्येक वर्ष अंगों की अनुपलब्धता के कारण जरूरतमंद मरीज दम तोड़ देते हैं। किसी व्यक्ति को अंगदान कर उसकी जिदगी बचाना मानवता की सबसे बड़ी सेवा है। जब हम इस दुनिया में नहीं होंगे तो लोग हमारी आंखों से दुनिया देख सकेंगे दूसरे अंगों की मदद से इस धरती पर नए जीवन के माध्यम से सांस लेंगे। सीआरपीएफ 63 वीं बटालियन के कमांडेंट छोटेलाल सहित सात सौ जवानों ने अंगदान के लिए कराया पंजीकरण।
उन्होंने कहाकि 63 वीं बटालियन ने इस पुनीत कार्य के लिए कुछ संगठनों को अपने साथ जोड़ा है, जो अंगदाताओं और प्राप्तकर्ताओं के बीच का अंतर कम करेंगे। इससे हमें बहुत गर्व की भावना महसूस होती है कि हमारा बल अपने लाभ और हानि के बारे में चितित न होकर एक महान उद्देश्य के लिए कार्य कर रहा है। कमांडेंट ने अंगदान के लिए जवानों को शपथ भी दिलाई। साइकिल रैली नवीन मंडी से डाभासेमर तक निकाली गई। इस अवसर पर द्वितीय कमान अधिकारी सरकार राजा रमन, आशीष गुरुंग, उप कमांडेट अशोक कुमार शील आदि मौजूद रहे।