सभासदों ने नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ खोला मोर्चा
मुख्यमंत्री से शिकायत लगाए गंभीर अनियमितता के आरोप
अम्बिका मिश्र, बीकापुर (अयोध्या) : नगर पंचायत बीकापुर में व्याप्त भ्रष्टाचार के साथ अध्यक्ष तथा अधिशासी अधिकारी के मनमानी रवैया के विरुद्ध आधे दर्जन से अधिक सभासदों ने मुख्यमंत्री पोर्टल से लेकर जिलाधिकारी तक शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। नगर पंचायत सभासद राकेश वर्मा, राजेश कुमार पांडेय, मंजू देवी, आनंद द्विवेदी, मुकेश कुमार वर्मा, अनीता देवी व नीलम तिवारी ने शिकायती पत्र में पं. दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत नगर पंचायत क्षेत्र में बिजली के केबिल और पोल में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। पोल के नीचे सीमेंट का प्लेटफार्म का निर्माण न कराने का उल्लेख है। सभासद राकेश वर्मा ने आरोप लगाया कि 98 हजार की लागत से काली माता मंदिर से तालाब तक नाली का आधा अधूरा निर्माण के बावजूद ठेकेदार को भुगतान कर दिया गया। वर्ष 2019-20 का बजट अध्यक्ष व अधिकारी ने बगैर बोर्ड की बैठक की स्वीकृति के पास कर दिया। पं. दीनदयाल उपाध्याय निधि से इलाहाबाद रोड से भगवती नगर तक पेंटिग सहित अन्य कार्य न कराकर धनराशि को प्रकाश व्यवस्था में व्यय कर दिया गया है। आरोप है कि वर्ष 2020 में 24 लाख रुपया की लागत से खरीदे गए अधिकतर वाटर कूलर खराब हैं। अब उसकी मरम्मत के नाम पर धन खर्च किया जा रहा है। वर्ष 2019 में नगर निधि से सार्वजनिक स्थानों पर रखने के लिए सीमेंट बेंच का बिना टेंडर कराए वर्क आर्डर पर प्रति बेंच नौ हजार की दर से करीब 22 से 24 लाख रुपया व्यय किया गया। अधिकतर बेंच एक माह में ही टूट गई। इसमें भी वित्तीय अनियमितता का आरोप है। वर्ष 2019-20 में पौधारोपण के नाम पर वन विभाग से निश्शुल्क पेड़ लेकर उसकी खरीद दिखाते हुए पेमेंट कर दिए जाने का भी आरोप है। कुछ आउटसोर्सिंग कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं आते हैं और उनका भुगतान किया गया है। यह कर्मी अधिकारियों के चहेते बताए जाते हैं। 14 एवं 15 वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि को बगैर सभासदों की स्वीकृति के मनमानी ढंग से खर्च किए जाने का आरोप है। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत जो सामान मंगाए गए, वह घटिया हैं। आरोप है कि अधिक मात्रा में रिक्शा, ठेला मंगाया गया, जो पानी की टंकी के पास और नगर पंचायत परिसर में आज भी रखे हैं।
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- हो चुका है निदा प्रस्ताव पारित
सभासदों ने बताया कि गत 24 दिसंबर 2020 को संपन्न बोर्ड की बैठक में सभी सदस्यों ने अधिशाषी अधिकारी के विरुद्ध निदा प्रस्ताव पारित किया था। आरोप है कि नगर पंचायत स्थित पानी की टंकी परिसर में लगे हुए छह से सात पेड़ों को कटवा दिया गया। काटने के लिए न तो बोर्ड में सभासदों से सहमति ली गई और न कोई प्रस्ताव पारित किया गया है। चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के अंदर जांच कर कार्रवाई नहीं की गई तो सभी सभासद अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर देंगे।