स्वच्छता की ²ष्टि से भी बेहतर होगा रामनगरी का भविष्य
नगरीय आबादी पर्यटक व श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि के ²ष्टिगत विकसित की जाएंगी मूलभूत सुविधाएं. विजन डॉक्यूमेंट के लिए ली एसोसिएट्स ने नगर निगम से मांगी बुनियादी सुविधा व संसाधनों की जानकारी
अयोध्या : पुनर्विकास के मार्ग पर अग्रसर रामनगरी का भविष्य स्वच्छता की ²ष्टि से भी बेहतर बनाया जाएगा। आने वाले दिनों में रामनगरी पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन कर उभरेगी। पर्यटक व श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के साथ ही स्थानीय स्तर पर नगरीय क्षेत्र की जनसंख्या में भी वृद्धि होगी। ऐसे में नगर के बुनियादी ढांचे में विस्तार और कूड़ा निस्तारण के पुख्ता इंतजाम की आवश्यकता है। गत दिनों मुख्यमंत्री ने रामनगरी के विकास को लेकर बनाए गए विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा करते हुए मूलभूत सुविधाओं में सुधार पर भी गंभीरता से कार्य करने व उउन्हें प्लान में शामिल करने का निर्देश दिया था। हालांकि नगर निगम पहले से ही इन बिदुओं पर कार्य कर रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री का दिशा-निर्देश मिलने के बाद इस पर विस्तृत रूपरेखा तैयार की जा रही है। सीएम की मंशा शहर के बुनियादी ढांचे जैसे सीवर, ड्रेनेज, सड़क, स्ट्रीट लाइट, जलापूर्ति, बिजली आपूर्ति में बड़े स्तर पर सुधार करना है। मार्च के दूसरे पखवारे में सीएम पुन: विकास योजना की प्रगति जानेंगे, ऐसे में सर्वे और रूपरेखा तैयार करने का कार्य तेज गति से संपन्न किया जा रहा है। कंसल्टेंट एजेंसी ली एसोसिएट्स ने नगर निगम से मूलभूत सुविधाओं, कूड़ा निस्तारण, जनसंख्या, विस्तारित क्षेत्र व मौजूदा संसाधनों का ब्यौरा मांगा है। नगर निगम की सीमा पहले 35.56 वर्ग किलोमीटर थी। सीमा विस्तार के बाद अब क्षेत्र 89.58 वर्ग किलोमीटर हो गई है। इन सभी आंकड़ों का अध्ययन करने के उपरांत टीम भविष्य में रामनगरी के बुनियादी ढांचे का प्रारूप तैयार करेगी।
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पुरानी नगर निगम सीमा-35.56 वर्ग किलोमीटर
सीमा विस्तार-54.02 वर्ग किलोमीटर
विस्तारित क्षेत्र में शामिल गांव-41 राजस्व गांव
जनसंख्या : 326200(सीमा विस्तार के बाद)
वार्ड-60
मुहल्ला- 241
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन टीम-310
सफाई कर्मी स्थाई- 250
सफाई कर्मी संविदा- 46
सफाई कर्मी आउटसोर्सिंग- 1168
प्रतिदिन निकलने वाला कूड़ा- 130 मीट्रिक टन
कूड़ा उठाने के लिए कुल वाहन- 100