बरसात तो बंद, कितु जलभराव जगह-जगह दे रहा दंश
अमृत बाटलर्स फैक्ट्री में जलभराव लाखों के नुकसान का अंदेशा.तारुन ब्लॉक का ग्राम सोनेडांड बना टापू झाील में तब्दील हुई सैनिक विहार कॉलोनी.
अयोध्या : बरसात तो बंद है, कितु जलभराव अभी दंश दे रहा है। मसौधा ब्लॉक के ग्राम चांदपुर हरबंश के पास स्थित शीतलपेय निर्माता अमृत बाटलर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी भी जलभराव की चपेट में आ गई है। फैक्ट्री के अंदर करीब तीन फीट पानी भर जाने से फ्रिज, रा-मैटेरियल व पैकेजिग मैटेरियल खराब हो गया है। फैक्ट्री के मैनेजर एडमिन अर्जुनदास वासवानी ने बताया कि अभी आंकलन नहीं किया जा सका है, पर जलभराव से होने वाला नुकसान लाखों में हो सकता है। फैक्ट्री से पानी निकालने के लिए प्रयास किया जा रहा है। हालांकि कई एकड़ के परिसर से पानी निकालना दुष्ष्कर साबित हो रहा है। वैष्णव नगर कॉलोनी उसरू, रामनगर कॉलोनी, विनायकनगर कॉलोनी में जलभराव से तकरीबन पांच सौ घर प्रभावित हैं। कालोनी वासी संजय सिंह, उसरू के प्रधान रामचंद्र यादव, सुनीलकुमार दुबे, दिनेश सिंह, विष्णु मिश्र आदि आंदोलित दिखे। गद्दोपुर स्थित सैनिक विहार कॉलोनी ने झील का रूप ले लिया है। लोग पांच दिनों से घरों में कैद हैं, लेकिन उन्हें अब तक किसी तरह की प्रशासनिक मदद नहीं मिल सकी है। विकासखंड तारुन का सोनेडांड गांव तमसा नदी के पानी से चारो तरफ से घिर गया है। गांव के लोग अपने घरों में कैद होने को मजबूर हैं। इस समस्या की ओर किसी अधिकारी के ध्यान न देने पर रविवार को जिला पंचायत सदस्य हरिश्चंद्र निषाद समर्थकों के साथ पानी से होकर सोनेडांड गांव पहुंचे और ग्रामीणों की समस्या के बारे में प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया। जाम किया गया परिक्रमा मार्ग
- ग्राम मदरहिया, अरण्यपुरम कॉलोनी और कुछ अन्य गांव एवं कॉलोनी में जलभराव के विरोध में पंचकोसी परिक्रमा मार्ग जाम किया गया। ग्रामीणों का आरोप है, जलभराव स्वयं में ही भीषण समस्या है, उस पर बगल के कुछ अन्य क्षेत्र का भी पानी छोड़ा जा रहा है। ऐसे में मार्ग और खेत-खलिहान ही नहीं, लोगों के घरों तक में जलभराव हो रहा है। जाम का नेतृत्व बजरंगदल के महानगर संयोजक लाल योगेशप्रताप सिंह एवं अनमोल अर्थप्रताप राय ने किया। घंटे भर जाम के दौरान वाहनों की लंबी कतार लगने पर मौके पर सीओ आरके राय पहुंचे। उन्होंने जिस नाले से गांव में पानी घुस रहा था, उस पर मिट्टी डलवाकर बंद करा दिया। इसके बाद ही जाम हटाया गया। हालांकि अब यह पानी परिक्रमा मार्ग के बड़े हिस्से में फैलकर यत्र-तत्र जमा हो रहा है।