चलती ट्रेन से कूद पड़े नाबालिग भाई-बहन
रुदौली में जीआरपी के सहयोग से रुकवाई गई ट्रेन फैजाबाद रेलवे स्टेशन पर बच्चों से मिले माता-पिता
रुदौली (अयोध्या): फैजाबाद रेलवे स्टेशन पर जीआरपी की मुस्तैदी से माता-पिता से बिछड़े बच्चे मिल सके। नाबालिग बच्चों को उनके माता- पिता से मिला कर जीआरपी ने मानवता की मिसाल पेश की है।
गुरुवार रात अश्वनी पांडेय निवासी ग्राम सिसई थाना हरैया जिला बस्ती, पत्नी दुर्गावती, पुत्री श्रेया व पुत्र आदर्श के साथ कैफियत एक्सप्रेस से फैजाबाद रेलवे स्टेशन से दिल्ली जाने वाले थे। फैजाबाद रेलवे स्टेशन पर उनकी पत्नी व बच्चे पहले ही ट्रेन में बैठ चुके थे, वह ट्रेन में सामान रख रहे थे। तब तक ट्रेन प्लेटफार्म से चल पड़ी। वह किसी प्रकार दूसरी बोगी में सवार हो सके। इस दौरान पत्नी पति की तलाश में दूसरी बोगी में चली गईं। बच्चे अपने माता-पिता को न देख कर परेशान हो गए।
पहले आदर्श और फिर उसकी बहन श्रेया चलती ट्रेन से प्लेटफार्म पर कूद पड़े। ड्यूटी पर मौजूद जीआरपी एसआई अशोक कुमार पाठक तत्काल मौके पर पहुंचे और आरपीएफ कांस्टेबल से संपर्क किया। बच्चों की उनके माता-पिता से फोन पर बात कराई। रुदौली जीआरपी के सहयोग से बच्चों के माता-पिता को रुदौली स्टेशन पर उतरवाने के बाद चार पहिया वाहन से फैजाबाद रेलवे स्टेशन भेजा गया। बच्चों से मिल कर माता पिता की जान में जान आई। श्रेया को बाएं हाथ में चोट लगी है। स्टेशन पर मौजूद डॉक्टरों की टीम ने प्राथमिक उपचार किया। जीआरपी उपनिरीक्षक अशोक पाठक ने बताया कि बच्चे सुरक्षित है, उनको माता-पिता से मिलवा दिया गया है। लोगों का कहना था कि यह संयोग ही है कि समय पर जीआरपी के जवानों की बच्चों पर नजर पड़ गई।