छठ मइया के जयकारों से गूंजे सरयू के घाट
फैजाबाद : कार्तिक माह की षष्ठी पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए मंगलवार की शाम अयोध्
फैजाबाद : कार्तिक माह की षष्ठी पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए मंगलवार की शाम अयोध्या व फैजाबाद के सरयू घाटों पर व्रती महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी। जैसे ही पश्चिम की ओर आसमान में लाली छाई छठ मइया के जयकारों से सरयू घाट गुंजायमान हो उठे। कमर भर पानी में खड़े होकर व्रती महिलाओं ने भगवान भास्कर को दूध व जल से अर्घ्य देकर छठ माता की पूजा अर्चना की। वेदियों पर सर्वमंगल कामना के जले अखंड दीपों की लौ प्रकाशमान हो उठी। हजारों की भीड़ व्रती महिलाओं की आस्था निहार रही थी। अयोध्या में सरयू व गुप्तार घाट पर उमड़ी भीड़ मेले का एहसास करा रही थी। सूर्योपासना के इस पर्व पर बुधवार को व्रती महिलाएं उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देंगी और चार दिवसीय व्रत का पारण करेंगी।
लोक आस्था के इस महापर्व के तीसरे दिन मंगलवार को 36 घंटे के निर्जला व्रत के साथ ही महिलाओं ने छठ प्रसाद बनाया। भगवान को भोग लगाने के लिए व्रतियों ने ठेकुआ, मालपुआ, चावल के लड्डू बनाए। इसके साथ विभिन्न प्रकार के फलों की टोकरी तैयार की। शाम को पूरी तैयारी के साथ महिलाओं ने बांस की टोकरी में अर्घ्य का सूप सजाया और सरयू के घाटों की ओर चल पड़ी। आस्था के डगर पर बढ़े पांव घाट पर पहुंचते-पहुंचते असंख्य हो गए। सरयू के कच्चे घाट और फैजाबाद के गुप्तार घाट पर सूर्यास्त के समय तक तिल रखने की जगह भी नहीं बची थी। जैसे ही आसमान का रंग लाल हुआ घाट पर छठ मइया के जयकारे गूंजने लगे। कमर भर पानी में खड़े होकर व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को जल और दूध का अर्घ्य दिया और घाट पर सजी वेदियों पर अखंड कामना के साथ दीपों को प्रज्वलित किया। व्रतियों ने विधिविधान के साथ पूजन-अर्चन शुरू किया और साथ आए परिवारीजनों ने आतिशबाजी की। व्रतियों ने मंगलगीत गाए और महपर्व के अंतिम दिन की तैयारियों के लिए घरों की ओर प्रसाद की टोकरी के साथ चल पड़ी। देर शाम तक घाटों पर मेले जैसे नजारा दिखा।
कार्तिक शुक्ल सप्तमी बुधवार की सुबह व्रती सरयूघाट पर पुन: उसी स्थान पर पहुंचेंगी और उदीयमान सूर्य को दूध और जल से अर्घ्य देंगी। विधिविधान के साथ छठ माता का पूजन होगा, जिसके बाद चार दिवसीय महाव्रत का पारण होगा।
गुलजार रहा सहस्त्रधारा घाट
अयोध्या : सरयू का सहस्त्रधारा घाट छठ महोत्सव के केंद्र में था। सरयू अवध बालक समाज की ओर से सांस्कृतिक संध्या सजी और संतों ने आशीर्वचन दिया। छठ की महत्ता का विवेचन और शुभाकामना अर्पित करने वालों में आचार्य पीठ दशरथमहल बड़ास्थान के महंत ¨बदुगाद्याचार्य देवेंद्रप्रसादाचार्य, संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैयादास रामायणी आदि प्रमुख रहे। समाजसेवी नंदकुमार मिश्र पेड़ा महाराज ने आभार ज्ञापित किया।