महोत्सव में भक्ति के सागर में दर्शकों ने लगाए गोते
भजनों की प्रस्तुति ने श्रोताओं को किया निहाल. राम दरबार की झांकी की प्रस्तुति से घुला भक्ति रस
अयोध्या : अयोध्या महोत्सव में फोक अवार्ड शो की शाम भक्ति रस में डुबा देने वाली रही। कलाकारों ने अपनी भाव भंगिमा ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। करन सांवरिया झांकी ग्रुप की रामदरबार की झांकी की प्रस्तुति दर्शकों के हृदय में उतरती नजर आई। दर्शकों ने भी विनयावनत हो भगवान के स्वरूपों के प्रति श्रद्धा निवेदित की। ..तो श्रवण सुल्तानपुरी के 'मुझे मिले जन्म जब' व चिटू सागर के 'आज मिथिला नगरिया निहाल सखियां' भजन ने श्रोताओं को भक्ति के सागर में गोते लगाने को मजबूर कर दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फिल्म निर्देशक राघवेंद्र सिंह भी इन प्रस्तुतियों पर निहाल नजर आए। उन्होंने न केवल कलाकारों की प्रस्तुतियों को सराहा, बल्कि ऐसे आयोजन बार-बार करने की वकालत भी की।
इससे पहले उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। शास्त्रीय नृत्यांगना उन्नति ने श्री गणेश वंदना और लोक गायिका वंदना वर्मा ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। वहीं सेनदत्त सिंह शान ने अपने अवधी लोकगीत से श्रोताओं की तालियां बटोरीं। शास्त्रीय गायन के आचार्य पंडित सत्यप्रकाश ने कहाकि लोककलाओं को संरक्षित रखने के संकल्प के साथ आगे बढ़ना होगा। महोत्सव न्यास के अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव ने कहाकि लोगों के समर्थन से महोत्सव की जड़ें और गहरी हुई हैं। स्थानीय से लेकर प्रदेश स्तर तक के कलाकार अयोध्या महोत्सव के मंच को साझा कर रहे है। प्रख्यात संगीतज्ञ पं. देवप्रसाद पांडेय, अवधी गायन में गगनदीप सिंह, सेनदत्त सिंह, राजेश यादव, श्रवनपाल, कर्मचंद्र देहाती को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन कल्पना वर्मा व श्रवण पाल ने किया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष कृष्णकुमार पांडेय खुन्नू, अरुण द्विवेदी, महेश ओझा, प्रबंधक रवि तिवारी, सचिव नाहिद कैफ, कार्यक्रम प्रभारी अनुजेंद्र तिवारी, रेणुका श्रीवास्तव, चंद्रशेखर तिवारी, विवेक पांडेय, विजय यादव, श्रुति श्रीवास्तव, राघवेंद्र श्रीवास्तव, राजेश यादव, ओमेश अग्रवाल आदि थे।