Move to Jagran APP

Ayodhya Ram Temple News: राम मंदिर की नींव में पड़ेगी पाकिस्तान के मंदिर की मिट्टी

Ayodhya Ram Temple News पाकिस्तान से कटासराज मंदिर की मिट्टी और जल लेकर रामनगरी पहुंचा दिल्ली का श्रद्धालु कोलंबो से आज पहुंचेगी मिट्टी।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 10:01 AM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 10:01 AM (IST)
Ayodhya Ram Temple News: राम मंदिर की नींव में पड़ेगी पाकिस्तान के मंदिर की मिट्टी
Ayodhya Ram Temple News: राम मंदिर की नींव में पड़ेगी पाकिस्तान के मंदिर की मिट्टी

अयोध्या [प्रवीण तिवारी]। Ayodhya Ram Temple News: रामजन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर की नींव में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के उत्तरी भाग में स्थित कटासराज मंदिर परिसर की मिट्टी और जल डाले जाएंगे । इस मंदिर का जल और मिट्टी को लेकर दिल्ली के मेहरौली निवासी रामरतन गोयल अयोध्या पहुंचे। उन्होंने ट्रस्ट के कार्यालय में मिट्टी और जल जमा किया।

loksabha election banner

  शिव का यह प्रख्यात मंदिर कोह पर्वत की श्रृंखला पर स्थित है। यह हिंदुओं की आस्था का बड़ा केंद्र है, जहां दर्शन के लिए भारत से भी लोग जाते हैं। रामरतन कटासराज मंदिर में शिव का दर्शन पूजन करने गए थे, जहां से राममंदिर निर्माण के लिए मंदिर की मिट्टी और जल लेकर आए हैं। इसके अतिरिक्त श्रीलंका के कोलंबो से भी मिट्टी और जल सोमवार पहुंचेगा। नेपाल के जनकपुरी से भी मिट्टी और जल पहुंच चुका है। ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने इसकी पुष्टि की।

दूसरी ओर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राम ने बताया कि देशभर उल्लास है। दो हजार से अधिक स्थानों और सौ से अधिक पवित्र नदियों एवं सैकड़ों कुंडों का जल रामभक्त स्वयं लेकर आए हैं। कोरियर से भी देश के कोने कोने से हजारों स्थलों का जल व मिट्टी तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कार्यालय व कारसेवकपुरम में पहुंचा है। उन्होंने बताया कि गंगा, यमुना, नर्मदा, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, सिंधु, ब्रह्मपुत्र, झेलम, सतलज, रावी, चिनाव, व्यास, सहित अन्य पवित्र नदियों का जल आ गया है। हल्दीघाटी, चित्तौड़ दुर्ग, स्वर्ण मंदिर, वैष्णों देवी मंदिर,मेसेकर घाट कानपुर बिठूर, ब्रहाखूंटी, नाना साहब पेशवा के किले की मिट्टी भी आ चुकी है। रायगढ़ किले की मिट्टी व सभी ज्योतिर्लिंग परिसर, मानसरोवर की मिट्टी व जल आया है। उन्होंने बताया कि वैदिक विद्वानों के सुझाव के आधार पर इनका निर्माण में समय-समय पर सदुपयोग किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.