अयोध्या रूट पर टेंपो चालकों की अराजकता, लगाते हैं रेस
रामनगरी से लेकर शहर के चौक तक जाम हादसों का कारण बने अनट्रेंड चालक.जिले में नहीं है ई-रिक्शा के लिए निर्धारित लिक रोड.
अयोध्या: शहर से लेकर रामनगरी तक मुख्य मार्ग पर कहीं भी टेंपो चालकों की अराजकता देखी जा सकती है। इनमें अधिकांश अप्रशिक्षित चालक हैं, जो दूसरे टेंपो से आगे निकलने की होड़ में जान से खिलवाड़ तो करते ही है, नियमों की धज्जियां उड़ाने से भी गुरेज नहीं करते। इन पर किसी का अंकुश नहीं है। ये जाम के साथ हादसों का भी कारण भी बनते हैं। देखा जाए तो परमिट से कई गुना टेंपो का अवैध संचालन अकेले अयोध्या रूट पर हो रहा है। इनमें ई रिक्शा और ऑटो रिक्शा भी शामिल हैं।
मुख्य मार्गों पर अन्य वाहनों की अपेक्षा टेंपो (विक्रम), ऑटो और ई-रिक्शा का अत्यधिक अनियोजित संचालन जाम और हादसों का कारण बन गया है। परिवहन विभाग ने अयोध्या रूट पर कुल तीन सौ 47 टेंपो को परमिट जारी कर रखा है, संचालन कई गुना है। शहर का रिकाबगंज-नियावां रोड, गुदड़ी बाजार, अयोध्या का हनुमानगढ़ी, पोस्ट ऑफिस और नयाघाट चौराहे हमेशा जाम से जूझते रहते हैं। इन प्रमुख चौराहों पर यातायात पुलिस की भी तैनाती है, लेकिन अवैध संचालन का पूरा सिस्टम बना होने के नाते कार्रवाई तभी होती है जब किसी अधिकारी का निर्देश मिलता है। जिले में लगभग एक हजार सात सौ ई-रिक्शा पंजीकृत है। लिक रोड का निर्धारण न होने से यह हाईवे से लेकर जिले के सभी मार्गों पर बड़ी संख्या में दौड़ते दिखते हैं। सीओ सिटी अरविद चौरसिया बताते है कि ई-रिक्शा के लिए योजना बनाई जा रही थी, लेकिन जिले में केवल ई-रिक्शा के लिए लिक रोड का निर्धारण न होने से रूट का निर्धारण नहीं हो सका।