खतरनाक इंडेक्स पर पहुंचा वायु प्रदूषण
अयोध्या पांच दिन से आसमान साफ नहीं है। वातावरण स्मॉग की गिरफ्त में है। ऐसे में लोगों को शुद्ध ऑक्सीजन मिलना मुश्किल है। वायु प्रदूषण के खतरनाक इंडेक्स पर होने की यह तस्वीर लखनऊ-दिल्ली की नहीं बल्कि अयोध्या की है। ऐसा पहली देखा जा रहा है। लगातार इसके बने रहने से लोग असहज होने लगे हैं। मौसम साफ न हुआ तो आने वाले दिन जनस्वास्थ्य के लिए और चुनौतीपूर्ण होंगे।
अयोध्या : पांच दिन से आसमान साफ नहीं है। वातावरण स्मॉग की गिरफ्त में है। ऐसे में लोगों को शुद्ध ऑक्सीजन मिलना मुश्किल है। वायु प्रदूषण के खतरनाक इंडेक्स पर होने की यह तस्वीर लखनऊ-दिल्ली की नहीं, बल्कि अयोध्या की है। ऐसा पहली देखा जा रहा है। लगातार इसके बने रहने से लोग असहज होने लगे हैं।
मौसम साफ न हुआ तो आने वाले दिन जनस्वास्थ्य के लिए और चुनौतीपूर्ण होंगे। सेवानिवृत्त निदेशक एवं चेस्ट फिजीशियन डॉ. आरडी सिंह के अनुसार स्वास्थ्य के लिए शुद्ध ऑक्सीजन जरूरी है। यह वायु प्रदूषण को स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। दीपावली से मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है। आसमान में बदली होने से धूप नहीं खिल रही है। मौसम पूरी तरह स्मॉग के गिरफ्त में है। धान फसल की कटाई शुरू है। पंजाब व हरियाणा की तरह यहां के किसान पराली नहीं जलाते। फिर भी आसमान साफ नहीं है। बड़े पैमाने पर वाहनों के संचालन को इसके लिए क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी एक वजह मानता है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी स्वामीनाथ के अनुसार परिवेशीय वायु गुणवत्ता इंडेक्स सामान्य से दोगुने स्तर पर पहुंच गया है। परिवेशीय वायु गुणवत्ता का मानक 100 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर है। इससे अधिक होने पर स्वच्छ ऑक्सीजन मिल पाना चुनौती हो जाता है। ------------------- ये है एयर क्वॉलिटी इंडेक्स -एयर क्वॉलिटी इंडेक्स के अनुसार वायु में निलंबन कणों की मात्रा शून्य से 50 (माइक्रो ग्राम प्रति घनमीटर)- ग्रीन, 50 से 100 (माइक्रो ग्राम प्रति घनमीटर)- येलो, 100 से 150 (माइक्रो ग्राम प्रति घनमीटर) आरेंज एवं 150 से 200 (माइक्रो ग्राम प्रति घनमीटर) रेड श्रेणी में है। पिछले एक सप्ताह में निलंबन कणों की औसत मात्रा
तारीख मात्रा
28 अक्टूबर -108.33
29 अक्टूबर -120.00
30 अक्टूबर -128.15
31 अक्टूबर -188.15
01 नवंबर -228.21
02 नवंबर -208.03
03 नवंबर -242.08
(नोट-आंकड़ा-माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर में)