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लॉकडाउन में सिचाई विभाग में 90 लाख का घोटाला

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की थी। सीएम के निर्देश के बाद प्रमुख सचिव सिचाई टी वेंकटेश ने टीम गठित कर जांच कराने का आदेश प्रमुख अभियंता व विभागाध्यक्ष अनूपकुमार श्रीवास्तव को देते हुए तीन दिन में रिपोर्ट मांगा है। चर्चा है कि टीम शुक्रवार तक रिपोर्ट शासन को सौंपे देगी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Apr 2020 10:17 PM (IST)Updated: Fri, 24 Apr 2020 06:30 PM (IST)
लॉकडाउन में सिचाई विभाग में 90 लाख का घोटाला
लॉकडाउन में सिचाई विभाग में 90 लाख का घोटाला

अयोध्या: लॉकडाउन में सिचाई विभाग के इंजीनियरों ने 58 ड्रेनों की कागजों में सफाई करा 90 लाख रुपये की बंदरबांट कर ली। ये ड्रेन अयोध्या, गोसाईंगज व अमानीगंज विधानसभा क्षेत्र में हैं। बुधवार को शासन से आई जांच टीम स्थलीय सत्यापन के बाद ड्रेनों से संबंधित अभिलेख लेकर वापस जा चुकी है। एक्सईन मनोज कुमार सिंह, एई प्रदीप गुप्त व पवन कुमार के अलावा जेई एसके सोनी व डीएस शेखर पर भुगतान के बाद मौके पर कार्य आधे-अधूरे पाए जाने से कार्रवाई की तलवार लटक गई है। ड्रेन घोटाले में सिचाई विभाग के उप खंड निर्माण के सोहावल क्षेत्र के एक लिपिक की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। आरोप है कि उसने अपने गांव के एक युवक के नाम ठेकेदारी का पंजीकरण करा वित्तीय वर्ष 2019-20 में कार्य कागजों पर दिखा लाखों का भुगतान कराया है। ठेकेदार इसकी जांच कराने की मांग करने लगे हैं। अधीक्षण अभियंता एकादश मंडल संतोष कुमार सिंह बस इतना कहते हैं कि टीम जांच कर वापस चली गई है। सूत्रों के अनुसार सांसद लल्लू सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की थी। सीएम के निर्देश के बाद प्रमुख सचिव सिचाई टी वेंकटेश ने टीम गठित कर जांच कराने का आदेश प्रमुख अभियंता व विभागाध्यक्ष अनूप कुमार श्रीवास्तव को देते हुए तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है। चर्चा है कि टीम शुक्रवार तक रिपोर्ट शासन को सौंपे देगी।

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