87 लाख की वित्तीय अनियमितता फाइलों में
अयोध्या ब्लॉक हरिग्टनगंज में ऑडिट के दौरान मिली करीब 87 लाख रुपये की वित्तीय अनियमितता पकड़ में आई। यह आडिट वित्त वर्ष 1017-18 का है।
अयोध्या : ब्लॉक हरिग्टनगंज में ऑडिट के दौरान मिली करीब 87 लाख रुपये की वित्तीय अनियमितता दब गई है। यह ऑडिट वित्तीय वर्ष 2017-18 का है। तत्कालीन बीडीओ सुनील कुमार कौशल, जेई वीएन मिश्र, लेखाकार शिवप्रसाद दुबे एवं जगदीश प्रसाद शुक्ल पर ऑडिट में अंगुली उठी है। ऑडिट आपत्तियां पांच महीने से अनिस्तारित हैं। उधारी के बीडीओ होने से बाबूओं की फाइल से आगे नहीं बढ़ सकी।
लेखाकर जगदीश प्रसाद शुक्ल को पांच महीने बाद सेवानिवृत्त होने की खबर है। पांच महीने से बीडीओ का अतिरिक्त प्रभार जिला विकास अधिकारी हवलदार सिंह के पास है। जिले की जवाबदेही के चलते रोज ब्लॉक पहुंचना आसान नहीं। उनका कहना है कि शासकीय धनराशि की जवाबदेही तय की जाएगी। ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार 39 लाख रुपये की वित्तीय अनियमितता दर्शित भुगतान के सापेक्ष व्यय प्रमाणक, मस्टररोल एवं अन्य पुष्टिपरक अभिलेख न प्रस्तुत करने का उल्लेख ऑडिट में है।
10 लाख की वित्तीय अनियमितता के लिए बीडीओ एवं लेखाकार को जवाबदेह माना गया है। इसी तरह करीब 38 लाख रुपये की वित्तीय अनियमितता में बीडीओ व लेखाकार शामिल हैं। ऑडिट आपत्तियों में नौ परियोजनाओं का उल्लेख है। टेंडर मैनेज की ओर इशारा
-ठेकेदारों को यह कार्य 0.20 एवं 0.15 विभागीय दर से कम रेट पर दिया गया। टेंडर फार्म में ठेकेदारों का नाम रामचंद्र यादव, कृष्णाविहार कॉलोनी उसरू अयोध्या, ठेकेदार रामदीन यादव गद्दोपुर एवं जनकदुलारी ग्राम बवां कुमारगंज है। टेंडर मैनेज होने का ओर इशारा ऑडिट आपत्ति में है। वित्तीय अनियमितता के प्रति बीडीओ से लेकर लेखाकार को जवाबदेह मानते हुए वसूली की संस्तुति है। टेंडर प्रक्रिया समेत अनुबंधपत्र एवं जमानत धनराशि का उल्लेख पत्रावली में नहीं रहा।